चीन ने समुद्र में उतारा कई खूबियों से लैस पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर
चीन ने रविवार को कई खूबियों वाला अपना पहला स्वदेशी स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर परीक्षण के लिए रविवार को डालियान पोर्ट से समंदर में उतारा है।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। चीन ने रविवार को कई खूबियों वाला अपना पहला स्वदेशी स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर [Type 001A] परीक्षण के लिए रविवार को डालियान पोर्ट से समंदर में उतारा है। चीन के सरकारी मीडिया के मुताबिक इसको पूरी तरह से देश में ही विकसित किया गया है। इसको अभी करीब छह महीने तक विभिन्न जांच और परीक्षणों से गुजरना होगा जिसके बाद इसको नेवी में शामिल कर लिया जाएगा। हालांकि अभी तक इस एयरक्राफ्ट को कोई नाम नहीं दिया गया है।
50,000 मेट्रिक टन वजनी है एयरक्राफ्ट
चीनी नौसेना ने एक बयान में कहा कि एयरक्राफ्ट के ट्रायल का लक्ष्य उसकी विश्वसनीयता और क्षमता को परखना है। यह एयरक्राफ्ट कैरियर 50,000 मेट्रिक टन वजनी है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर को पिछले साल लॉन्च किया गया था लेकिन उसके बाद से ही इसमें हथियारों और दूसरे सिस्टम्स की फिटिंग की जा रही थी।
12000 से ज्यादा उपकरण हैं फिट
चीन के इस नए एयरक्राफ्ट कैरियर पर 12,000 से ज्यादा उपकरण फिट हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि इन उपकरणों को चीन की 532 फर्मों ने बनाया है जिनमें से कई निजी फर्म हैं। इस एयरक्राफ्ट कैरियर में 3,600 से ज्यादा केबिन हैं। देशभर के करीब 3,000 वर्कर इस एयरक्राफ्ट पर डेली बेसिस पर काम कर रहे थे।
पिछले वर्ष भी लॉन्च किया था एयरक्राफ्ट
गौरतलब है कि चीन ने 2012 में पहले एयरक्राफ्ट कैरियर लिआओनिंग को अपनी नौसेना में शामिल किया था। यह सोवियत संघ में बना है जिसको दुरूस्त करके शामिल किया गया था। लिआओनिंग अभी सेवा में है लेकिन इसका इस्तेमाल अधिकतर उन नए एयरक्राफ्ट कैरियर्स के रिसर्च और उनमें सुधारों के लिए होता है, जिनका निर्माण करने का चीन इरादा रखता है। इसके अलावा अप्रैल को 2017 में भी एक एयरक्राफ्ट कैरियर लॉन्च किया था।
तैयार हो रहा है एक और एयरक्राफ्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, चीन शंघाई में अपना तीसरा एयरक्राफ्ट कैरियर बना रहा है। देश ने विवादित दक्षिण चीन सागर के साथ-साथ हिंद महासागर से संचालित होने के लिए 2030 तक 4 एयरक्राफ्ट कैरियर की योजना बनाई है। कुछ रिपोर्ट्स कहती हैं कि चीन परमाणु विमान वाहक पोत बनाने की भी योजना बना रहा है।
एयरक्राफ्ट कैरियर्स क्लब
बता दें कि दुनिया के कुछ ही देशों के पास एयरक्राफ्ट कैरियर्स हैं। इस क्लब में भारत भी शामिल है। अमेरिका, रूस, चीन, भारत, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली और थाइलैंड के पास ही एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। भारत के अलावा दुनिया भर में अभी 18 से 20 एयरक्राफ्ट कैरियर हैं। सबसे ज्यादा 11 एयरक्राफ्ट कैरियर अमेरिका के पास है और सारे के सारे परमाणु क्षमता से लैस हैं।