सीपीईसी पर पाकिस्तान से आ रही विरोधी खबरों पर चीन ने दी सफाई
इमरान ने रविवार को कहा था कि बलूचिस्तान के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए सीपीईसी से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की जा रही है।
बीजिंग, प्रेट्र/आइएएनएस। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर पाकिस्तान से आ रही विरोधाभाषी खबरों पर चीन मंगलवार को सफाई देता दिखा। इन खबरों को नजरअंदाज करते हुए चीन ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत आने वाली विविध परियोजनाओं का समर्थन करने का आश्वासन दिया है।
इमरान ने बीते रविवार को एक इंटरव्यू में कहा था कि बलूचिस्तान के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए सीपीईसी से जुड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की जा रही है। वह सत्ता में आने से पहले भी इस परियोजना की आलोचना करते रहे हैं। हाल में रेल मंत्री शेख रशीद ने कराची-पेशावर रेल प्रोजेक्ट की लागत में कटौती का एलान किया था। उन्होंने कहा था कि 8.2 अरब डॉलर की लागत वाली इस परियोजना में दो अरब डॉलर की कटौती की गई है। इस रेल परियोजना का सीपीईसी के तहत निर्माण किया जाना है।
इन खबरों के बारे में पूछे जाने पर चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने पत्रकारों से कहा, 'पाकिस्तान की नई सरकार ने सीपीईसी से जुड़ी परियोजनाओं का समर्थन करने की इच्छा जताई है। आपने इस तरह की खबरों के कुछ पहलुओं पर ही गौर किया है। सीपीईसी की प्रगति पर हाल में पाकिस्तान की सरकार और प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह स्पष्ट किया है कि वे इसका समर्थन करेंगे। सीपीईसी बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव की महत्वपूर्ण परियोजना है।'
भारत ने परियोजना पर जताई है आपत्ति
भारत ने 50 अरब डॉलर (करीब 3.61 लाख करोड़ रुपये) की लागत वाली सीपीईसी परियोजना पर आपत्ति जताई है क्योंकि यह गलियारा गुलाम कश्मीर से होकर गुजरेगा। करीब तीन हजार किमी लंबे सीपीईसी से पश्चिमी चीन के काशगर को पाकिस्तान में अरब सागर के तट पर स्थित ग्वादर बंदरगाह से जोड़ा जाना है।