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कोरोना वायरस के खतरे को देख चीन ने जंगली जानवरों के व्यापार पर लगाई रोक, संसद का वार्षिक सत्र भी किया स्‍थगित

कोरोना वायरस (COVID-19) के खतरे से निपटने के लिए चीन ने जंगली जानवरों के व्यापार पर रोक लगाने का एलान किया है। साथ ही संसद का वार्षिक सत्र भी स्‍थगित कर दिया गया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Mon, 24 Feb 2020 06:26 PM (IST)Updated: Mon, 24 Feb 2020 08:13 PM (IST)
कोरोना वायरस के खतरे को देख चीन ने जंगली जानवरों के व्यापार पर लगाई रोक, संसद का वार्षिक सत्र भी किया स्‍थगित
कोरोना वायरस के खतरे को देख चीन ने जंगली जानवरों के व्यापार पर लगाई रोक, संसद का वार्षिक सत्र भी किया स्‍थगित

बीजिंग, एएफपी। चीन कोरोना वायरस (COVID-19) के खतरे से निपटने को लेकर तमाम कदम उठा रहा है। अब उसने जंगली जानवरों के व्यापार और उनके उपभोग पर रोक लगाने का एलान किया है। रिपोर्टों की मानें तो जानलेवा कोरोना वायरस के प्रकोप के लिए जंगली जानवरों के उपभोग को जिम्मेदार माना जा रहा है। देश की शीर्ष विधायी समिति नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (National People's Congress, NPC) ने जंगली जानवरों के अवैध व्यापार और अत्याधिक उपभोग पर रोक लगाने के मकसद से उक्‍त प्रस्‍ताव को मंजूदी प्रदान की है।  

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ऐसा नहीं है कि इस तरह का कदम कोई पहली बार उठाया गया है। इससे पहले साल 2002-2003 में सार्स वायरस फैलने के दौरान भी जंगली जानवरों के व्यापार पर पाबंदी लगाई गई थी। सार्स वायरस (SARS यानी Severe Acute Respiratory Syndrome) के कारण भी चीन में सैंकड़ों लोगों की मौत हो गई थी। चाइना सेंट्रल टेलीविजन (China Central Television, CCTV) ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कोरोनो वायरस के संक्रमण ने जंगली जानवरों के उपभोग से स्वास्थ्य को होने वाले खतरों को सामने ला दिया है। लोगों के स्‍वास्‍थ्‍य की रक्षा के लिए ही यह कदम उठाया गया है। 

कोरोना वायरस के खतरे को लेकर सतर्कता का आलम यह है कि चीन ने पांच मार्च से शुरू हो रही अपनी संसद के वार्षिक सत्र को स्थगित करने का फैसला लिया है। रिपोर्टों के मुताबिक, देश की शीर्ष विधायिका, नेशनल पीपुल्स कांग्रेस (National People's Congress, NPC) की स्थायी समिति ने वार्षिक सत्र को स्थगित करने के मसौदे को मंजूरी दी। सरकारी मीडिया की मानें तो 13वीं NPC के तीसरे सालाना सत्र की शुरुआत बीजिंग में पांच मार्च से होनी थी।  

एनपीसी और सर्वोच्च परामर्श संस्था चाइनीज पीपुल्स पॉलिटिकल कंसल्टेटिव कांफ्रेंस (सीपीपीसीसी) की बैठकें हर साल मार्च में होती हैं और बजट समेत सरकार के सालाना एजेंडे को स्वीकृति दी जाती है। इन दोनों संस्थाओं में पांच हजार से ज्यादा सदस्य हैं। चीनी विशेषज्ञों का कहना है कि संसद सत्र को स्थगित किया जाना अप्रत्याशित घटना है। चीन में सोमवार को 409 नए मामलों का पता चला। एक दिन पहले 648 नए मामलों की पुष्टि हुई थी। अब तक कुल 77,150 लोग संक्रमित हो चुके हैं। वायरस से जान गंवाने वालों की संख्या 2592 हो गई है। हालांकि, राजधानी बीजिंग और शंघाई में नए मामले सामने नहीं आए।


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