चीन ने अमेरिकी कारों व पार्ट्स पर अतिरिक्त शुल्क टाला
अमेरिका द्वारा चीन के 50 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाए जाने के जवाब में चीन ने अमेरिका में बनी कारों और ऑटो पार्ट्स पर गर्मियों में शुल्क 25 फीसद बढ़ा दिया था।
बीजिंग, एएफपी। चीन ने अमेरिका के साथ कारोबारी समझौते की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। उसने आगामी एक जनवरी से अगले तीन महीने के लिए अमेरिका में बनी कारों और ऑटो पार्ट्स पर अतिरिक्त आयात शुल्क स्थगित करने की घोषणा की है। इस घोषणा से यह संकेत मिलता है कि चीन की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी की शीर्ष अधिकारी की कनाडा में अमेरिका के लिए गिरफ्तार किए जाने से कारोबारी समझौते की वार्ता पटरी से नहीं उतरी है।
अमेरिका द्वारा चीन के 50 अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाए जाने के जवाब में चीन ने अमेरिका में बनी कारों और ऑटो पार्ट्स पर गर्मियों में शुल्क 25 फीसद बढ़ा दिया था। चीन के टैरिफ कमीशन ऑफिस ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि दोनों देशों के प्रमुखों के बीच हुए समझौते को लागू करने की दिशा में शुल्क वृद्धि स्थगित करना ठोस कदम है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच ब्यूनस आयर्स में जी20 समिट के मौके पर हुई वार्ता में 90 दिनों के लिए सहमति बनी थी। इस दौरान दोनों देश कारोबारी मतभेद दूर करने के लिए प्रयास करेंगे।
शुरू में चीन और अमेरिका ने सहमति को लेकर अलग-अलग दावे किए थे। लेकिन चीन के प्रस्तावित उपायों के संबंध में व्हाइट हाउस के दावों पर बीजिंग ने हाल में कदम उठाना शुरू किया। चीन की स्टेट काउंसिल ने एक बयान में कहा है कि हमें उम्मीद है दोनों पक्ष राष्ट्राध्यक्षों के बीच बनी सहमति के अनुरूप परस्पर सम्मान, आपसी समानता, विश्वास, वायदे व उपाय के लिए अतिरिक्त शुल्क समाप्त करने की दिशा में कदम उठाएंगे।
उस समय, दोनों देशों के बीच समझौते पर भ्रम के कारण शेयर बाजार गिर गये। एक दिसंबर को कनाडा में चीन की कंपनी हुवावे की चीफ फाइनेंशियल ऑफीसर मेग वानजाऊ की गिरफ्तार से चीन नाराज हो गया। इससे कारोबारी वार्ता पटरी से उतरने की आशंका व्यक्त की जा रही थी। इस बीच, बीते मंगलवार को मेंग को 75 लाख डॉलर की जमानत मिल गई। मेंग की गिरफ्तारी के जवाब में चीन ने मंगलवार को दो कनाडाई नागरिकों को गिरफ्तार पर लिया।
इन विपरीत घटनाओं के बावजूद कार व पुर्जो पर अतिरिक्त शुल्क स्थगित करने की चीन की घोषणा से संकेत मिलता है कि कारोबारी वार्ता पटरी पर चल रही है। वार्ताकारों के लिए यह राहत भरी बात है।