कोरोना वायरस पर चिनफिंग का इस्तीफा मांगने की मिली सजा, मानवाधिकार कार्यकर्ता गिरफ्तार
चीन के मानवाधिकार कार्यकर्ता जू झियोंग को कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्रपति शी चिनफिंग का इस्तीफा मांगने पर गिरफ्तार कर लिया गया है।
बीजिंग, रायटर। चीन के जानेमाने मानवाधिकार कार्यकर्ता और कानूनी विशेषज्ञ जू झियोंग को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने गत चार फरवरी को एक वेबसाइट पर प्रकाशित लेख में हांगकांग में सरकार विरोधी प्रदर्शनों और कोरोना वायरस को लेकर राष्ट्रपति शी चिनफिंग के इस्तीफे की मांग की थी।
झियोंग के दोस्त और मानवाधिकार कार्यकर्ता हुआ जे ने सोमवार को बताया कि उन्होंने गत दिसंबर में मानवाधिकार पर केंद्रित एक बैठक में हिस्सा लिया था। दक्षिणी चीन के जियामेन शहर में हुई इस बैठक के बाद से वह छुपकर रह रहे थे। बैठक में शामिल होने वाले चार अन्य लोगों को पहले ही पकड़ा जा चुका है।
शनिवार रात हुई गिरफ्तारी
बीजिंग की पुलिस ने शनिवार रात झियोंग को गिरफ्तार किया। अमेरिका आधारित ह्यूमन राइट्स वाच चाइना की शोधकर्ता याकीउ वांग ने बताया कि शनिवार से झियोंग की गर्लफ्रेंड से कोई संपर्क नहीं हो पाया है। वह भी बीजिंग में ही थीं।
सरकार की आलोचना करते हुए कई लेख
2012 में न्यू सिटीजन मूवमेंट नाम से संगठन बनाने वाले झियोंग ने सरकारी अधिकारियों से अपनी संपत्ति उजागर करने की मांग की थी। इसके लिए उन्हें वर्ष 2014 में चार साल जेल की सजा सुनाई गई थी। हालिया हफ्तों में उन्होंने ऐसे कई लेख लिखे, जिसमें कोरोना वायरस से निपटने को लेकर सरकार की आलोचना की गई थी।
चीन में 70 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित
चीन में कोरोना वायरस के कारण 1,770 से अधिक लोगों की मौत हो गई है, जबकि 70 लजार से ज्यादा लोग इस खतरनाक वायरस से संक्रमित हैं।