Move to Jagran APP

चीन और जापान ने सैन्य हॉटलाइन की स्थापित, विवादित द्वीपों पर समुद्री और हवाई घटनाओं को रोकने का प्रयास

चीन और जापान ने पूर्वी चीन सागर में विवादित जल क्षेत्र में आक्रामक गश्त के कारण घटने वाली समुद्री और हवाई घटनाओं के प्रबंधन और नियंत्रण की अपनी क्षमता को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को एक सैन्य हॉटलाइन की स्थापना की। File Photo

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyPublished: Fri, 31 Mar 2023 11:17 PM (IST)Updated: Fri, 31 Mar 2023 11:17 PM (IST)
चीन और जापान ने सैन्य हॉटलाइन की स्थापित, विवादित द्वीपों पर समुद्री और हवाई घटनाओं को रोकने का प्रयास
चीन और जापान ने सैन्य हॉटलाइन की स्थापित।

बीजिंग, पीटीआई। चीन और जापान ने पूर्वी चीन सागर में विवादित जल क्षेत्र में आक्रामक गश्त के कारण घटने वाली समुद्री और हवाई घटनाओं के प्रबंधन और नियंत्रण की अपनी क्षमता को मजबूत करने के लिए शुक्रवार को एक सैन्य हॉटलाइन की स्थापना की। जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी की इस सप्ताहांत होने वाली बीजिंग यात्रा से पहले हॉटलाइन प्रणाली की घोषणा की गई।

loksabha election banner

दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने की कोशिश तेज

हयाशी दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए चीन के विदेश मंत्री छिन कांग से बात करने आएंगे। जापान के विदेश मंत्री की 2019 के बाद से चीन की यह पहली यात्रा है। तब हयाशी के पूर्ववर्ती तोशिमित्सू मोतेगी बीजिंग आये थे। इसके बाद चीन ने कोविड-19 की रोकथाम के लिए अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था।

इस साल की शुरुआत में चीन ने खोला था अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर

चीन ने इस साल की शुरुआत में अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिए देश की सीमाओं को फिर से खोला। चीन के रक्षा मंत्रालय ने हॉटलाइन की घोषणा करते हुए कहा कि चीन और जापान के विदेश विभागों के बीच हुई सहमति के अनुसार दोनों पक्षों ने समुद्री तथा हवाई संपर्क प्रणाली के लिए सीधी टेलीफोन सेवा का निर्माण पूरा किया है।

दोनों देश के बीच पहल शुरू

इस बीच, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने हयाशी की बीजिंग यात्रा पर टिप्पणी करते हुए कहा कि चीन और जापान एक दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं। माओ ने कहा कि एक स्वस्थ और स्थिर द्विपक्षीय संबंध दोनों देशों और क्षेत्र के सामान्य हितों को पूरा करेगा। चीन जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी की यात्रा को महत्व दे रहा है।

माओ ने कहा कि चीनी नेता उनसे मिलेंगे और विदेश मंत्री छिन कांग उनके साथ बातचीत करेंगे। इस दौरान वे द्विपक्षीय संबंधों और साझा हित के अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.