चीन में हजारों लोगों की जान लेने के साथ ही कोरोना ने रिश्ते तोड़ने में भी निभाई भूमिका
कोरोनावायरस की वजह से चीन में एक माह तक आफिस बंद रहे इस दौरान पति-पत्नी को घर में रहने का अधिक समय मिला। ऐसे में दोनों में झगड़े हुए जो तलाक तक पहुंच गए।
बीजिंग। चीन के दो प्रांतों से शुरू हुए कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया में तहलका मचा रखा है। चीन की तो आर्थिक स्थिति पर भी बड़े पैमाने पर असर पड़ा है अब वो उसको सुधारने की दिशा में काम कर रहा है। इसी के साथ चीन में कोरोना ने शादीशुदा लोगों की जिंदगी भी तबाह कर दी है। कोरोनावायरस के दौरान जब सरकार की ओर से लोगों को घरों में रहने को मजबूर किया गया तो वहां पर तलाक के मामलों में भी अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी हो गई। वैसे ये बात सुनने में थोड़ी अजीब जरूर लग रही है मगर इसमें सच्चाई है।
चीन के दो प्रांतों वुहान और हुबेई से कोरोनावायरस का फैलना शुरू हुआ और आज 132 देश इसकी चपेट में है। शायद ही कोई देश ऐसा हो जहां पर कोरोनावायरस को लेकर दहशत न हो। एक दो मरीज पाए जाने के बाद ही वहां की सरकारें हरकत में आ जा रही हैं जहां इस ओर ध्यान नहीं दिया गया वो देश परेशान हैं। उनके यहां लोगों के मरने के आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। जो देश कोरोना के खतरे को भांप गए उन्होंने अपने यहां पहले से ही कई तरह के एहतियाती कदम उठा दिए हैं जिससे उनकी परेशानी कम हो सके और मौतों पर अंकुश लगाया जा सके।
चीनी मीडिया रिपोर्ट्स और ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार चीन के शिचुआन प्रांत में बीते एक माह में तलाक के लिए 300 अप्लीकेशन फाइल की गई है। चीन में बीते दो माह में तलाक की इतनी अप्लीकेशन मिलना अपने आप में चौंकाने वाला है। यहां तलाक के लिए दाखिल की गई अप्लीकेशनों के पीछे सबसे बड़ा कारण पति-पत्नी के बीच विवाद बताया जा रहा है। विवाद का कारण क्या है इसके लिए पति-पत्नी का घर में काफी समय तक साथ रहना बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि कोरोनावायरस से बचने के लिए सरकार ने जब सभी नागरिकों को अपने घरों में रहने के लिए मजबूर किया उसी के बाद से पति-पत्नी के बीच विवाद होने लगा। उनमें रोजाना झगड़े काफी बढ़ गए। बात तलाक तक पहुंच गई।
जब दोनों में किसी तरह से समझौते की बात नहीं रह गई तो तलाक के लिए केस फाइल कर दिया गया। अब इन मामलों में सुनवाई चल रही है। चीन के डाझोऊ इलाके के मैरिज रजिस्ट्री के मैनेजर लू शिजून ने बताया कि कोरोनावायरस के दौरान पति-पत्नी के बीच सबसे अधिक विवाद हुए हैं, यही कारण है कि इन दिनों ये लोग तलाक के केस फाइल करने के बाद मुकदमे की पैरवी कर रहे हैं। इससे पहले कभी इतने बड़े पैमाने पर ऐसे केस देखने को नहीं मिले थे।
उनका कहना है कि कोरोना की वजह से एक माह तक आफिस बंद रहे, इस दौरान अधिकतर लोग अपने घरों पर रहे। पहले वो जितना समय घर पर बिता रहे थे उसके घंटे काफी बढ़ गए, इस वजह से दोनों के बीच काफी बहस भी होने लगी। यही बहस झगड़े का कारण बन गई और हालात तलाक तक पहुंच गए। अब अपने मुकदमों की पैरवी करने के लिए परिवार न्यायालय में पहुंच रहे हैं और तलाक चाह रहे हैं।