प्रत्यर्पण के विरोध में हांगकांग की सड़कों पर काले कपड़े में उतरे प्रदर्शनकारी, गहरे संकट में फंसा चीन
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि नेता कैरिए लैम ने जिस बिल को प्रमोट किया और उसके बाद स्थगित कर दिया है उसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाए।
हांगकांग, रायटर। हांगकांग में हजारों की संख्या में काले कपड़े में उतरे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस मुख्यालय के आसपास सड़कों को जाम कर दिया। प्रत्यर्पण बिल के विरोध में शुक्रवार को यह प्रदर्शन हुआ है। इस बिल के कारण हिंसक विरोध शुरू हो गया है और चीन प्रशासित शहर संकट में फंस गया है।
प्रदर्शनकारी समूह में शामिल ज्यादातर छात्रों ने सिर बचाने के लिए हेलमेट जैसी टोपियां, धूप चश्मा और नकाब पहन रखे थे। उन्होंने सड़क पर जाम लगा दिया जिससे शांतिपूर्ण प्रदर्शन में वाहन फंस गए। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि नेता कैरिए लैम ने जिस बिल को प्रमोट किया और उसके बाद स्थगित कर दिया है, उसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाए।
करीब 32 डिग्री सेल्सियस की उबालने वाली गर्मी में प्रदर्शन कर रहे छात्र एडिसन एनजी ने कहा, 'यहां पर आए लोग सरकार पर दबाव डाल रहे हैं। हमें आपकी प्रत्यर्पण योजना मंजूर नहीं है। यह स्पष्ट नहीं है कि हम यहां कितनी देर रुकेंगे, जाएंगे या नहीं जाएंगे इसका वे लोग फैसला लेंगे।'
2012 में सत्ता संभालने के बाद से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग पर दबाव बना रहे प्रदर्शनों ने जोर पकड़ लिया है। सुरक्षा चिंताओं को लेकर हांगकांग सरकार के कार्यालयों को एक बार फिर बंद करना पड़ा है। ब्रिटिश के इस पूर्व उपनिवेश के मध्य में यातायात के कारण जिन सड़कों पर अक्सर जाम लगा रहता है वह खाली रही। प्रदर्शनकारियों ने मेटल बैरियर से सड़कों पर जाम लगा दिया।
पुलिस मुख्यालय के समीप प्रदर्शनकारी 'कभी समर्पण नहीं करेंगे' के नारे लगा रहे थे। उन लोगों ने पुलिस प्रमुख स्टीफन लो टो को अपदस्थ करने की मांग की। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी।
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