माइनस 30 डिग्री तापमान में ठिठुरते रहे विमान यात्री, 10 घंटे बाद खाना लेकर पहुंचे अधिकारी
एयरलाइन ने सीबीसी को बताया कि पैरामेडिकल टीम के सदस्य विमान से उतारकर यात्री को अस्पताल ले गए। लेकिन वहां का तापमान माइनस 30 डिग्री से भी नीचे था। चारों तरफ बर्फ गिर रही थी।
मॉन्टि्रयल, एजेंसी। विमान में सवार एक यात्री की जान बचाने की कोशिश ने 250 यात्रियों की जान जोखिम में डाल दी। यात्रियों को विमान में बैठकर ही बर्फ से जमी सर्द रात ठिठुरते हुए काटनी पड़ी। मामला कनाडा के एक एयरपोर्ट का है। सीबीसी नेटवर्क के मुताबिक, यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट 179 शनिवार को न्यूजर्सी के नेवार्क एयरपोर्ट से 250 यात्रियों को लेकर हांगकांग के लिए उड़ान भरी थी। रास्ते में एक यात्री की तबीयत बिगड़ने पर विमान को आपात स्थिति में कनाडा के पूर्वी तट के न्यूफाउंडलैंड एवं लैब्राडोर प्रांत के गूज-बे एयरपोर्ट पर उतारा गया।
एयरलाइन ने सीबीसी को बताया कि पैरामेडिकल टीम के सदस्य विमान से उतारकर यात्री को अस्पताल ले गए। लेकिन वहां का तापमान माइनस 30 डिग्री से भी नीचे था। चारों तरफ बर्फ गिर रही थी। यात्री के उतरने के बाद जब विमान उड़ान भरने की तैयारी करने लगा तो उसका एक दरवाजा बर्फ से जम जाने के कारण बंद ही नहीं हो पाया।
वहीं देर रात हो जाने से एयरपोर्ट पर कोई कर्मचारी भी नहीं थे। ऐसे में विमान में सवार बाकी के यात्रियों को लगभग 13 घंटे विमान में ही गुजारने पड़े। ऐसे हालात से निपटने के लिए विमान में कंबल और खाने-पीने के सामान की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। ठंड से परेशान यात्रियों ने पूरी रात बड़ी मुश्किल से गुजारी। बाद में लगभग 10 घंटे बाद अधिकारी खाना और पानी लेकर विमान में पहुंचे। लेकिन तब तक यात्रियों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था। खाने-पीने की सामग्री से भी उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ।
विमान के यात्री संजय दत्ता ने सीबीसी को फोन पर बताया कि विमान के अंदर भी बहुत ठंड हो गई थी। पूरे इलाके में भारी बर्फबारी से विमान के अंदर का हीटर भी फेल हो गया था। लगभग 13 घंटे के बाद दूसरा विमान आया तो यात्रियों को आगे भेजा गया। यात्रियों ने ट्वीट कर इस मुश्किल घड़ी को बयां किया।