विदेश मंत्री शैंपेन ने कहा- चीन को एक और झटका, कनाडा ने मुक्त व्यापार वार्ता से खींचे हाथ
हांगकांग में चीनी कानूनों का थोपा जाना चीन द्वारा कनाडा से मांस आयात पर प्रतिबंध के चलते कनाडा और चीन के रिश्तों में तल्खी आई है।
टोरंटो, एएनआइ। चीन को एक और झटका। कई मुद्दों पर भारी मतभेदों के चलते कनाडा ने बीजिंग के साथ मुक्त व्यापार वार्ता बंद कर दी है।
कनाडा के विदेश मंत्री ने कहा- 2020 का चीन 2016 जैसा नहीं है
कनाडा के विदेश मंत्री फ्रैंकोइस-फिलिप शैंपेन ने एक साक्षात्कार में कहा, 'मौजूदा हालात में मुझे नहीं लगता कि इस समय ऐसी वार्ता जारी रखी जा सकती है। 2020 का चीन 2016 जैसा नहीं है।' कनाडा के शीर्ष राजनयिक का कहना है कि उनका देश अपनी बीजिंग नीति की समीक्षा करने के बाद ही आगे की रणनीति तय करेगा।
अन्य देशों की तरह कनाडा भी अब चीन के प्रति सख्त
यह कनाडा की नीति में बड़े बदलाव को दर्शाता है। चीन को लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपीय यूनियन के कुछ देशों की तरह कनाडा भी अब सख्त रवैया अपनाता दिख रहा है। 2015 में जस्टिन ट्रूडो के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी सरकार ने चीन के साथ आर्थिक रिश्तों को बढ़ाने में गहरी रुचि दिखाई थी। ट्रूडो 2016 में बीजिंग की यात्रा पर गए थे। इसके तुरंत बाद ही मुक्त व्यापार समझौते की संभावनाओं को लेकर वार्ता शुरू हो गई थी।
हांगकांग में चीनी कानूनों का थोपे जाने से कनाडा और चीन के रिश्तों में आई गिरावट
दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी के पीछे कई कारण हैं। जैसे कि हांगकांग में चीनी कानूनों का थोपा जाना, एक-दूसरे के नागरिकों की गिरफ्तारी, चीन द्वारा कनाडा से मांस आयात पर प्रतिबंध आदि।