टोरंटो में पाकिस्तान और चीन के खिलाफ बलूच कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन
बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान और चीन के विरोध में रविवार को बलोच राजनीतिक और मानवाधिकार कार्यकर्ता टोरंटो में इकट्ठा हुए।
टोरंटो, एएनआइ। बलूचिस्तान में पाकिस्तान की ज्यादतियों के खिलाफ लगातार आवाजें बुलंद होने लगी हैं। बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन को लेकर पाकिस्तान और चीन के विरोध में रविवार को बलूच राजनीतिक और मानवाधिकार कार्यकर्ता टोरंटो में इकट्ठा हुए।
बलूच महिला की उसके बच्चों के सामने बर्बरता से मौत
बता दें कि अक्सर बलूच कार्यकर्ता पाकिस्तान की ज्यादतियों के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं। कुछ दिन पहले यहां एक बलूच महिला को कुछ लोगों ने बर्बरता से मार डाला था। पाकिस्तान के बलूचिस्तान में राज्य प्रायोजित नरसंहार में इस बलूच महिला को जान गंवानी पड़ी थी। इसे लेकर बलूच राजनीतिक कार्यकर्ताओं का आरोप था कि एक बलूच महिला, जिसकी पहचान कुलसुम बलूच के रूप में हुई, को डंपेन में उसके घर में लुटेरों द्वारा मार दिया गया। इतना ही नहीं सूत्रों ने यह भी जानकारी दी थी कि महिला का गला उसके बच्चों के सामने ही काट दिया गया। पीड़िता के परिवार वालों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि कुलसुम की अमानवीय हत्या के बाद उसके बच्चे अभी भी गंभीर सदमे में है। वह अभी भी बेहोश हैं।
एक महिला और उसकी बेटी की हत्या का मामला
इससे पहले एक बलूच महिला और उसकी बेटी की हत्या ने पूरे सूबे के लोगों में उबाल पैदा कर दिया था। इस वारदात के खिलाफ यहां प्रदर्शन भी किए गए थे, जिसमें हिंसा की खबरें भी सामने आई थीं। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और उनकी चौकियों पर पथराव के साथ तोड़फोड़ और आगजनी शुरू कर दी थी। खबरों के मुताबिक, मलिका नाज नामक एक महिला और उसकी चार साल की बेटी तुर्बत की दन्नोक तहसील में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान लोगों ने आरोप लगाया था कि दोनों की हत्या को बलूचिस्तान में सत्तारूढ़ बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) के आत्मघाती दस्ते ने अंजाम दिया है। वहीं बलूच रिपब्लिकन पार्टी (बीआरपी) ने इस घटना के लिए पाकिस्तानी सेना को जिम्मेदार ठहराया था।