वाशिंगटन, पीटीआई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन पर कोरोना वायरस की उत्पत्ति से संबंधित डाटा छिपाने का आरोप लगाया है। संगठन ने 2020 में वुहान के एक बाजार से लिए गए नमूनों से संबंधित उस डाटा को रोक कर रखने के लिए चीन की आलोचना की है, जिससे कोविड-19 महामारी की उत्पत्ति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती थी।

महामारी का केंद्र था मध्य चीन के वुहान शहर का हुआनन बाजार

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी डब्ल्यूएचओ ने चीन को पारदर्शिता बरतने और जांच के नतीजों साझा करने के लिए कहा है। मध्य चीन के वुहान शहर का हुआनन बाजार महामारी का केंद्र था। कोरोना वहां उत्पत्ति के बाद से 2019 के अंत में तेजी से वुहान के अन्य स्थानों और फिर दुनिया के बाकी हिस्सों में फैल गया।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने चीन से जांच में पारदर्शिता बरतने को कहा

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डा. टेड्रोस अदनोम घेबरेसस ने शुक्रवार को जिनेवा में कहा, 'कोविड-19 की उत्पत्ति के अध्ययन से संबंधित डाटा के प्रत्येक हिस्से को तुरंत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ साझा करने की आवश्यकता है। यह डाटा तीन साल पहले साझा किए जाने चाहिए थे।' उन्होंने कहा, 'हम चीन से डाटा साझा करने, आवश्यक जांच करने और परिणाम साझा करने में पारदर्शिता बरतने का आह्वान करते हैं।'

कोरोना का रैकून कुत्तों से जुड़ाव का दावा

वायरस विशेषज्ञों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने कहा, 'वुहान के एक बाजार से आनुवांशिक डाटा मिला है, जिससे कोरोना वायरस के वहां बिक्री के लिए रखे गए रैकून कुत्तों से जुड़े होने की बात सामने आई है।' न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह डाटा हुआनन बाजार और उसके आसपास से जनवरी 2020 की शुरुआत में एकत्र नमूनों से लिया गया था। इसमें कहा गया कि यह डाटा चीनी अधिकारियों द्वारा बाजार बंद किए जाने के तुरंत बाद एकत्र किया गया था।

Edited By: Sonu Gupta