स्टाफ के संक्रमित होने के बाद ट्रंप की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव, अब तक दो बार हो चुकी है जांच
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। ट्रंप अब तक दो बार कोरोना संक्रमण की जांच करा चुके हैं...
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उपराष्ट्रपति माइक पेंस की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है। व्हाइट हाउस में काम करने वाले अमेरिकी सेना के एक सदस्य के संक्रमित होने के बाद दोनों नेताओं की जांच की गई थी। सैन्य अधिकारी की पहचान सीएनएन ने ट्रंप के निजी स्टाफ के रूप में की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता होगन गिडले ने एक बयान में कहा, हमें हाल ही में व्हाइट हाउस मेडिकल यूनिट द्वारा सूचित किया गया था कि अमेरिकी सेना का एक सदस्य, जो व्हाइट हाउस परिसर में काम करता है, कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
हालांकि, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति की रिपोर्ट निगेटिव है और दोनों का स्वास्थ्य अच्छा है। ट्रम्प अब तक कोरोना वायरस के लिए कम से कम दो बार परीक्षण करा चुके हैं। दोनों बार उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। इससे पहले दो अप्रैल को ट्रंप की कोरोना वायरस जांच की गई थी। तीन अप्रैल को व्हाइट हाउस ने कहा था कि ट्रंप या पेंस के निकट जाने वाले किसी व्यक्ति की कोविड-19 जांच की जाएगी।
उधर अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि न्यूयॉर्क शहर को छोड़कर देश के जिन क्षेत्रों में लॉकडाउन से छूट दी जा रही है वहां कोरोना संक्रमण की दर बढ़ रही है। यदि इसे रोका गया और संक्रमण की दर धीमी नहीं हुई तो आने वाले समय में और हजारों लोगों की मौत हो सकती है। अमेरिका में अब भी रोजाना बीस हजार से ज्यादा संक्रमित सामने आ रहे हैं और एक हजार से ज्यादा मौतें हो रही हैं। कंसास की शॉअनी काउंटी के स्वास्थ्य विभाग के निदेशक लिंडा ओच ने कहा, 'कोई भी गलतफहमी में नहीं रहे। यह वायरस अब भी पूरी तरह सक्रिय है और पहले से ज्यादा तेजी से संक्रमण फैला सकता है।'
वहीं चीन पर निशाना साधते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका पर कोरोना हमला पर्ल हार्बर और 9/11 के आतंकी हमले से भी ज्यादा घातक है। खतरनाक वायरस की चपेट में आकर करीब 75 हजार अमेरिकियों की मौत हो चुकी है और 12 लाख 60 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। यही नहीं अमेरिका में कोरोना के चलते अब तक तीन करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगारी लाभ के लिए आवेदन कर चुके हैं। ट्रंप ने कहा कि हम अब तक के सबसे बुरे हमले से जूझ रहे हैं। यह अब तक का सबसे भयावह हमला है। इसे उसी गह पर रोका जा सकता था, जहां से इसकी शुरुआत हुई।