जानिए क्या है कोरोना के मौत का कर्व, ट्रंप प्रशासन ने कहा- सोशल डिस्टेंसिंग बन सकता है गेम चेंजर
व्हाइट हाउस ने पहली बार उस मॉडल को जानता के सामने खुलासा किया है जिसके आधार पर यह कहा जा रहा है अमेरिका में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा 1-2 लाख को पार कर सकता है।
न्यूयॉर्क, एजेंसी । व्हाइट हाउस ने पहली बार उस मॉडल को जानता के सामने खुलासा किया है, जिसके आधार पर यह कहा जा रहा है अमेरिका में कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा 1-2 लाख को पार कर सकता है। इसके साथ ट्रंप प्रशासन ने लोगों से कहा कि केवल सोशल डिस्टेंसिंग के निमयों का पालन करके ही हम इस महामारी से लड़ सकते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का कठोरता से पालन करके मौत के आंकड़े का कम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग से मौत के कर्व को समतल किया जा सकता है और यह गेम चेंजर साबित हो सकता है। फिलहाल सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के उल्लंघन से यह कर्व बहुत तेजी से ऊपर जा रहा है।
क्या है कर्व का समतल होने का तात्पर्य
कर्व कोरोना महामारी के प्रसार को दिखाने का एक तरीका है। इसमें एक ग्राफ के जरिए यह दिखाया गया है कि किस तरह से कोरोना का प्रसार होता है। कर्व का समतल होने का तात्पर्य यह है कि देश के मौजूदा स्वास्थ्य संसाधन और मरीजों की संख्या में एक अुनपात कायम हो जाता है। लेकिन यह स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन पर यह कर्व तेजी से ऊपर की ओर चढ़ता है। ऐसे स्थिति किसी भी देश के लिए नियंत्रण से बाहर हो जाती है। व्हाइट हाउस कोरोवायरस प्रतिक्रिया सह-समन्वयक ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए कोई जादू या वैक्सीन नहीं है। यह सिर्फ आपके व्यवहार से ही नियंत्रित की जा सकती है। यह व्यवहार सोशल डिस्टेंसिंग का है। उन्होंने कहा कि 30 दिनों में हम अपने व्यवहार यानी सोशल डिस्टेंसिंग से ही इस पर काबू पा सकते हैं।
अमेरिका के लिए बहुत दर्दनाक साबित हो सकते है 14 दिन
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अमेरिकियों को चेतावनी देते हुए कहा कि आने वाले दो हफ्ते अमेरिका के लिए बहुत दर्दनाक साबित हो सकते हैं, क्योंकि वहां कोरोना वायरस के प्रसार में तेजी आ रही है। अमेरिका में फिलहाल कोरोना वायरस से 1.75 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं, वहीं इस महामारी की चपेट में आने से अमेरिका में अब तक तीन हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। बता दें कि चीन, जहां से इस वायरस की उत्पत्ति हुई, वहां इससे 3,309 मौतों की सूचना है। वहीं अमेरिका और चीन दोनों इटली और स्पेन से पीछे हैं, जहां क्रमश: 12,428 और 8,269 लोगों की मौत हुई है।
कई देशों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ी
कोरोना महामारी को रोकने के लिए दुनिया के कई देशों ने लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का फैसला किया है। सोमवार को रूस और लागोस में भी लॉकडाउन लागू कर दिया गया। आलम यह है कि दुनिया की 20 फीसद आबादी अपने घरों में रहने को मजबूर है। महामारी के चलते 33 करोड़ की आबादी वाले अमेरिका में नेशनल इमरजेंसी का एलान किया गया है। इसके अलावा दो दर्जन से ज्यादा राज्यों में लॉकडाउन समेत कई पाबंदियां लगाई गई हैं। इससे करीब 25 करोड़ आबादी घरों में कैद हो गई है। अमेरिका के वर्जीनिया, मेरीलैंड, कंसास ऐसे प्रांत हैं, जिन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए आपातकाल का सहारा लिया है। राजधानी वाशिंगटन के भी लॉकडाउन घोषित किए जाने की उम्मीद है। अमेरिका में दो-तिहाई आबादी लॉकडाउन के आदेश के तहत घरों में रहने को मजबूर है। गौरतलब है कि ट्रंप ने रविवार को सोशल डिस्टेंसिंग उपायों को 30 अप्रैल तक बढ़ाने की घोषणा की।
अमेरिका के लिए अगले 30 दिन बेहद अहम
ट्रंप ने सोमवार को ह्वाइट हाउस में पत्रकारों से कहा, ‘चुनौतीपूर्ण समय आने वाला है। आगामी 30 दिन बेहद महत्वपूर्ण हैं।’ ट्रंप ने एक दिन पहले सोशल डिस्टेंसिंग दिशा-निर्देशों को 30 अप्रैल तक बढ़ाने का एलान किया था। उन्होंने आने वाले दो हफ्तों में कोरोना के चलते मृत्युदर भयावह होने की भी आशंका जताई थी। ट्रंप ने बताया कि वेंटीलेटर समेत टेस्टिंग किट और फेस मास्क का उत्पादन बढ़ा दिया गया है। इनकी कमी जल्द दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि हर किसी को मास्क पहनाने की संभावना पर भी गौर किया जा रहा है।