अमेरिका: FDA की वैक्सीन गाइडलाइन्स के अप्रूवल को व्हाइट हाउस ने किया कैंसल, जानें वजह
यूएस में संक्रमण ने लोगों को परेशान किया हुए है वहीं दूसरी तरफ देश में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव से पहले व्हाइट हाउस की तरफ से संभावित टीके लाने के नए खाद्य एवं औषधि प्रशासन के कठिन दिशानिर्देशों पर रोक लगा गई है।
वाशिंगटन, एपी। कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरी दुनिया वैक्सीन बनाने में जुटी हुई है। दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमित देश अमेरिका भी कोरोना वैक्सीन बनाने में लगा हुआ है। एक तरह जहां यूएस में संक्रमण ने लोगों को परेशान किया है वहीं दूसरी तरफ देश में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। ऐसे में चुनाव प्रचार पर भी इसका असर पड़ रहा है। चुनाव से पहले व्हाइट हाउस की तरफ से संभावित टीके लाने के नए खाद्य एवं औषधि प्रशासन (Food and Drug Administration) के कठिन दिशानिर्देशों पर रोक लगा दी गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने सबसे पहले अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया है।
न्यूज एजेंसी एपी ने इस रिपोर्ट के हवाले से बताया कि प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को साफ कर दिया है कि इस वैक्सीन के दिशानिर्देशों में किसी भी प्रकार से क्लिनिकल और मेडिकल कारण नहीं है। वहीं एफडीए कमिश्नर स्टीफन हैन ने कहा कि कैरियर वैज्ञानिक (career scientists)कोरोना वैक्सीन के लिए तय करेंगे कि यह सुरक्षिता है या नहीं। इसमें राजनेताओं कोई कोई भूमिका नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा वैक्सीन बनाने मे सालों लग जाते हैं, लेकिन वैज्ञानिक इसे कम समय में बनाने की दौड़ में लगे हुए हैं। वैज्ञानिक हमारे निर्णय को मार्गदर्शन देंगे। उन्होंने कहा कि एफडीए किसी भी प्रकार से इस बदलने का दवाब नहीं डालेंगे। मैंने इसके लिए अमेरिकी जनता की इच्छा के बारे में बताया है, जिसके चलते एफडीए को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि एफडीए ने कोविड-19 के इलाज के लिए सबूतों के अभाव में आपातकालीन वैक्सीन को मंजूरी दी।
उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीन बनाने वाले लोग मार्केट में इसे जल्दी लाना जाता हैं तो उन्हें अतिरिक्त मानकों का सामना करना होगा। क्योंकि आमतौर पर वैक्सीन स्वस्थ लोगों पर ट्राई की जाती है, जिसके लिए काफी सबूतों की जरुरत होती है, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले महीने स्पष्ट किया कि वह किसी भी नियामक परिवर्तनों के बारे में देरी कर रहे हैं, भले ही उनका मकसद लोगों को भरोसे को बढ़ाना हो। जब ट्रंप से एफीए द्वारा लिए गए फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि यह प्रयास राजनीति से प्रेरित था। साथ ही उन्होंने कहा,' मुझे लगता है कि यह एक राजनीतिक कदम था, और कुछ भी नहीं", उन्होंने कहा वैक्सीन का परीक्षण करने वाली कंपनियां, जैसे कि फाइजर, जॉनसन एंड जॉनसन और मॉडर्न, काम करने में सक्षम हैं या नहीं। इस पर भी विचार किया जाना चाहिए।