ट्रंप के बाद US विदेश मंत्रालय की भारत को चेतावनी, कहा- रूस के साथ डील सहायक नहीं
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि जब हम तेल या एस-400 सिस्टम खरीदने के बारे में सुनते हैं, तो यह सहायक नहीं है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमरेकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बाद यूएस विदेश मंत्रालय ने रूस से एस-400 ट्रिंफ एयर डिफेंस सिस्टम खरीद के सौदे को लेकर भारत को चेतावनी दी है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीदर नॉर्ट ने रूस के साथ भारत की डील को सहायक नहीं बताया है। उन्होंने कहा 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जब पूछा गया था कि प्रतिबंधों को फिर से लागू करने के बाद भारत ईरान से तेल खरीदेगा या नहीं। इसके जवाब में राष्ट्रपति ने कहा कि हम इसे देखेंगे।'
नॉर्ट ने आगे कहा कि ट्रंप से काटसा (काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट) प्रतिबंधों और उसे लागू करने की संभावना पर सवाल पूछा गया था। ट्रंप ने कहा कि भारत को पता चलने जा रहा है। भारत को जल्द की बता चल जाएगा। हम देख लेंगे। इसके बाद विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने 'तो मैं उससे आगे नहीं जा रही हूं, लेकिन निश्चित रूप से जब हम तेल या एस-400 सिस्टम खरीदने के बारे में सुनते हैं, तो यह सहायक नहीं है।'
जल्द निपटा लेंगे भारत का मसला: ट्रंप
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूसी एयर डिफेंस सिस्टम खरीद से जुड़ा भारत का मसला जल्द निपटा लिया जाएगा। साफ हो जाएगा कि भारत के खिलाफ कार्रवाई होगी या नहीं। यूक्रेन में रूसी हस्तक्षेप और अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में दखल के आरोप में राष्ट्रपति ट्रंप ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिया है। काटसा (काउंटरिंग अमेरिकाज एडवर्सरीज थ्रू सेंक्शंस एक्ट) के नाम से लगा यह प्रतिबंध रूस के साथ सामरिक और कारोबारी रिश्तों पर रोक लगाता है। इसमें रूस से रिश्ता रखने वाले देश के खिलाफ कार्रवाई का प्रावधान है।
रूस के साथ भारत के पांच अरब डॉलर (करीब 37 हजार करोड़ रुपये) के एस-400 ट्रिंफ एयर डिफेंस सिस्टम खरीद के सौदे पर ट्रंप प्रशासन ने शुरू से आंखें लगा रखी थीं। चेतावनी दी थी कि भारत इस सौदे पर आगे बढ़ा तो उसके खिलाफ काटसा के तहत कार्रवाई हो सकती है। लेकिन पिछले हफ्ते जब भारत ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति पुतिन के भारत के दौरे के समय सौदे कर लिया, तो अमेरिका के स्वर बदले।