भारत पहुंचीं तिब्बत मामलों की विशेष अमेरिकी संयोजक उजरा जेया, जानें क्या है यात्रा का उद्देश्य
तिब्बती मामलों की विशेष अमेरिकी संयोजक उजरा जेया भारत दौरे पर दिल्ली पहुंच चुकी हैं। वह नेपाल का दौरा भी करेंगी। उजरा जेया कई मुद्दों पर बातचीत करेंगी। उजरा 17-22 मई तक भारत और नेपाल के दौरे पर रहेंगी।
वाशिंगटन, एएनआइ। तिब्बती मामलों में अमेरिका की विशेष संयोजक उजरा जेया भारत दौरे पर हैं। भारतीय मूल की राजनयिक मंगलवार सुबह राजधानी दिल्ली पहुंचीं। उजरा 17-22 मई तक भारत और नेपाल के दौरे पर रहेंगी। मानव अधिकारों, लोकतांत्रिक शासन और मानवीय प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने पर सहयोग को मजबूत करने के लिए ये दौरा अहम है।
भारत पहुंचने पर बोलीं उजरा जैया... नमस्ते!
उजरा जैया मंगलवार सुबह नई दिल्ली पहुंचीं। उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'नमस्ते! नई दिल्ली में वापस आकर अच्छा लगा। आगे बढ़ने पर चर्चा के लिए तत्पर हैं भारत और अमेरिका के मानव अधिकारों, मानवीय समर्थन और लोकतांत्रिक शासन के साझा मूल्यों पर चर्चा के लिए तत्पर हूं।'
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकारों की अवर सचिव और तिब्बती मुद्दों के लिए अमेरिकी विशेष संयोजक उजरा जेया मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक शासन लक्ष्यों पर सहयोग को गहरा करने और मानवीय प्राथमिकताओं को आगे बढ़ाने के लिए भारत और नेपाल की यात्रा करेंगी।
Namaste! Great to be back in New Delhi. Look forward to discussions on advancing #USIndia shared values of human rights, humanitarian support, and democratic governance. https://t.co/8rQoayObT6 pic.twitter.com/xylou1HUU1
— Under Secretary Uzra Zeya (@UnderSecStateJ) May 17, 2022
जेया इस ईयर आफ एक्शन फार द समिट फार डेमोक्रेसी के दौरान भारत और नेपाल के साथ साझेदारी पर भी चर्चा करेंगी। प्रतिनिधिमंडल में यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फार इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) एशिया के लिए उप सहायक प्रशासक अंजलि कौर शामिल होंगी।
बीते दिसंबर हुई थी नियुक्ति
गौरतलब है कि अमेरिका ने उजरा जेया को बीते साल दिसंबर में चीन और तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा के बीच बातचीत के लिए तिब्बती मामलों में अपना विशेष संयोजक नियुक्त किया था। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने उनके नाम का एलान किया था। तिब्बत ने अमेरिका के इस फैसले का स्वागत किया था। तिब्बत ने आशा व्यक्त की है कि वह दलाई लामा के दूतों और चीनी नेतृत्व के बीच बातचीत को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगी। जेया पहली भारतीय अमेरिकी है, जिन्हें ये जिम्मेदारी दी गई है।