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हांगकांग की स्‍वायत्‍तता को लेकर अमेरिका-चीन आमने-सामने, 14 चीनी अधिकारियों के ख‍िलाफ लगाया प्रतिबंध

चीन के खिलाफ अमेरिका अपने स्‍टैंड पर कायम है। अमेरिका ने सोमवार को प्रतिबंधों का सिलसिला जारी रखते हुए हांगकांग की स्‍वायत्‍तता को कम करने के लिए 14 चीनी अधिकारियों के ख‍िलाफ प्रतिबंध लगाया है। प्रतिबंधित सभी व्‍यक्ति चीन के नेशनल पीपुल्‍स कांग्रेस के सदस्‍य है।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 08 Dec 2020 07:18 AM (IST)Updated: Tue, 08 Dec 2020 05:36 PM (IST)
संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका और चीन की फाइल फोटो। स्रोत-एजेंसी।

वाशिंगटन, एजेंसी। हांगकांग को लेकर एक बार फ‍िर अमेरिका और चीन आमने-सामने हैं। अमेरिका ने सोमवार को प्रतिबंधों का सिलसिला जारी रखते हुए हांगकांग की स्‍वायत्‍तता को कम करने के लिए 14 चीनी अधिकारियों के ख‍िलाफ प्रतिबंध लगाया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने जानकारी साझा की है कि यह प्रतिबंध व्‍यक्तियों के खिलाफ है। प्रतिबंधित सभी व्‍यक्ति चीन के नेशनल पीपुल्‍स कांग्रेस के सदस्‍य है। गौरतलब है क‍ि अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप चुनाव हार जाने के बाद भी चीन के प्रति अपने स्‍टैंड पर कायम हैं। अमेरिका में 20 जनवरी को नवनिर्वाच‍ित राष्‍ट्रपति जो बाइडन पदभार ग्रहण करेंगे, लेकिन ट्रंप ने संकेत दिए हैं कि हार के बावजूद चीन के प्रति उनके नजरिए में कोई बदलाव नहीं आया है। 

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अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे कार्य आज इस बात को रेखांकित करते हैं कि संयुक्त राज्य अमेरिका हमारे सहयोगियों और साझेदारों के साथ काम करना जारी रखेगा। उन्‍होंने कहा कि इसका मकसद यह दर्शाना है कि अमेरिकी प्रशासन हांगकांग की स्वायत्तता के लिए बीजिंग को जवाबदेह ठहराता रहेगा। उन्होंने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका फिर से बीजिंग से अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का पालन करने और कई देशों की आवाज उठाने की अपील करता है।

अमेरिका में राष्‍ट्रपति चुनाव संपन्‍न होने के बाद एक बार फ‍िर अमेरिका और चीन के संबंध काफी तल्‍ख हो गए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बार फ‍िर चीन की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी को राष्‍ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को अमेरिकी स्‍टॉक एक्‍सचेंज में उल्लिखित 80 चीनी कंपनियों को सूचीबद्ध किया है। मंत्रालय का कहना है कि अनजाने में इन चीनी कंपनियों में अमेरिकी नागरिक धड़ल्‍ले से निवेश कर रहे हैं। सूची में शामिल कई कंपनियां चीन की सैन्‍य गतिविधियों में शामिल है। यह सूची अमेरिका और चीन के बीच संबंधों के बिगड़ने के बीच आई है।


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