रूस, चीन के वीटो से यूएन में गिरा वेनेजुएला पर प्रस्ताव, अमेरिका ने किया रूस का विरोध
अमेरिका के प्रस्ताव में वेनेजुएला में नए सिरे से राष्ट्रपति चुनाव कराने और निर्बाध मानवीय मदद मुहैया कराने की मांग की गई थी।
संयुक्त राष्ट्र, एएफपी। वेनेजुएला के संकट से निपटने के लिए अमेरिका की ओर से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लाए गए प्रस्ताव पर रूस और चीन ने वीटो लगा दिया। जबकि इसी तरह के रूस के प्रस्ताव को भी पर्याप्त समर्थन नहीं मिल पाया। अमेरिका के विरोध के चलते यह प्रस्ताव भी पारित नहीं हो पाया।
अमेरिका के प्रस्ताव में वेनेजुएला में नए सिरे से राष्ट्रपति चुनाव कराने और निर्बाध मानवीय मदद मुहैया कराने की मांग की गई थी। इस प्रस्ताव के समर्थन में 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में गुरुवार को नौ देशों ने मतदान किया। रूस और चीन ने इसके खिलाफ वीटो का इस्तेमाल किया। परिषद में किसी भी प्रस्ताव को पारित करने के लिए नौ मतों की आवश्यकता होती है।
लेकिन प्रस्ताव पारित करने के लिए यह भी जरूरी है कि परिषद के पांच स्थायी सदस्यों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका में से कोई वीटो का इस्तेमाल ना करे। रूस के मसौदा प्रस्ताव में शांतिपूर्ण माध्यम से वेनेजुएला मामले को सुलझाने की अपील की गई थी। इस प्रस्ताव के पक्ष में सिर्फ रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका और गिनी ने मतदान किया। अमेरिका समेत यूरोपीय देशों और पेरू ने रूसी प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया।
उल्लेखनीय है कि आर्थिक संकट से जूझ रहा वेनेजुएला उस समय सियासी संकट में घिर गया जब गत जनवरी में विपक्ष के नेता जुआन गुइदो ने खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया था। अमेरिका समेत करीब 50 देशों ने गुइदो का समर्थन कर दिया था। लेकिन रूस, चीन समेत कई अन्य देशों ने राष्ट्रपति निकोलस मादुरो का समर्थन जारी रखा था।