ईरान के साथ भारत के चाबहार सौदे की समीक्षा करेगा अमेरिका
अगस्त में ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ कारोबार करने वालों को अमेरिकी प्रतिबंधों की कड़ी चेतावनी दी थी।
वाशिंगटन, प्रेट्र। ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहा ट्रंप प्रशासन खाड़ी देश के साथ भारत के हुए चाबहार सौदे की भी समीक्षा करेगा। ईरान के स्वामित्व वाले चाबहार पोर्ट को भारत ने पट्टे पर लेकर विकसित किया है। यहां से वह अफगानिस्तान से सीधा कारोबार कर सकेगा। साथ ही पश्चिम एशिया के देशों से व्यापार में भी भारत को आसानी होगी। पाकिस्तान को घेरने के लिहाज से भी चाबहार बंदरगाह महत्वपूर्ण है।
अमेरिका के दक्षिण और मध्य एशिया मामलों में सहायक विदेश मंत्री एलिस वेल्स ने कहा, हम अफगानिस्तान को ध्यान में रखकर चाबहार पोर्ट की समीक्षा कर रहे हैं। हम देख रहे हैं प्रतिबंधों से हमारे सहयोगी देशों पर नकारात्मक असर न पड़े। लेकिन हम ईरान के वैमनस्य पूर्ण व्यवहार पर भी नजर रखे हुए हैं। वेल्स ने यह बात थिंक टैंक स्ट्रैटजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज की ओर से पूछे गए एक सवाल के जवाब में कही।
अगस्त में ही राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ कारोबार करने वालों को अमेरिकी प्रतिबंधों की कड़ी चेतावनी दी थी। लेकिन इसी महीने हुई भारतीय नेताओं के साथ अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री की वार्ता में अमेरिकी रुख मुलायम रहा। वेल्स ने कहा, ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य नवंबर तक ईरान के तेल निर्यात को शून्य करने का है। उल्लेखनीय है कि भारत ईरान से तेल का बड़ा आयातक है। उसने ईरान से तेल आयात कम किया है लेकिन अपनी चिंताओं से ट्रंप प्रशासन को अवगत करा दिया है। वेल्स ने कहा कि हम ध्यान में रखे हुए हैं कि भारत में यह चुनाव से पूर्व का समय है। इसलिए फैसलों को संवेदनशील तरीके से क्रियान्वित किया जाएगा।