US President Election: माइकल ब्लूमबर्ग के खर्च पर पत्रकारों के खराब गणित का उड़ा मजाक
ब्लूमबर्ग ने विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए दावेदारी पेश की थी। उन्होंने अपने प्रचार पर करीब 500 मिलियन डॉलर यानी 50 करोड़ डॉलर खर्च किए थे।
जेएनएन, नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति पद की होड़ से मीडिया मुगल और न्यूयॉर्क के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग भले हट गए हैं, लेकिन उनके खर्च को लेकर पत्रकारों के बीच बहस थम नहीं रही। एक टीवी चैनल पर इसी तरह की एक बहस में दो पत्रकारों के खराब गणित ज्ञान का मामला सामने आया। इसके चलते उन्हें ना सिर्फ शर्मिदगी का सामना करना पड़ा बल्कि सोशल मीडिया पर भी उनका खूब मजाक उड़ा। दरअसल दोनों पत्रकारों ने एक ऐसे ट्वीट का समर्थन किया था, जिसमें यह कहा गया था कि अगर 500 मिलियन डॉलर 327 मिलियन अमेरिकियों पर खर्च होते तो हर किसी को एक मिलियन डॉलर मिलता और कई मिलियन डॉलर बच भी जाते।
14 राज्यों के प्राइमरी चुनाव में खराब प्रदर्शन
ब्लूमबर्ग ने विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए दावेदारी पेश की थी। उन्होंने अपने प्रचार पर करीब 500 मिलियन डॉलर यानी 50 करोड़ डॉलर (करीब 3700 करोड़ रुपये) खर्च किए थे। ब्लूमबर्ग ने गत मंगलवार को 14 राज्यों के प्राइमरी चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अपना नाम वापस ले लिया। इसके बाद मेकिता रिवास नामक एक महिला ने ट्वीट कर लिखा, 'ब्लूमबर्ग ने प्रचार पर 500 मिलियन डॉलर खर्च किए थे। अमेरिका की आबादी 327 मिलियन (करीब 32.7 करोड़) है। अगर वह हर अमेरिकी को एक मिलियन डॉलर (करीब 7.3 करोड़ रुपये) देते तो भी बहुत बच जाता। मुझ लगता है कि एक मिलियन डॉलर का चेक कई लोगों की जिंदगी बदलने वाला होता।'
पत्रकारों के गणित का उड़ा मजाक
इसी ट्वीट पर चर्चा के दौरान एमएसएनबीसी न्यूज के एंकर ब्रायन विलियम्स और मारा गे से चूक हो गई। उन्होंने इस ट्वीट का समर्थन किया, लेकिन हकीकत यह है कि अगर यह राशि बांटी जाती तो हर अमेरिकी को महज 1.50 डॉलर (करीब 110 रुपये) ही मिलते। दोनों पत्रकारों को थोड़ी देर में ही अपनी गलती का एहसास हो गया था, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इस चर्चा का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ और लोगों ने पत्रकारों के गणित ज्ञान का खूब मजाक उड़ाया।