सीरिया के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी का किया गया फैसला
सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाए जाने का फैसला किये जाने के एक दिन बाद यह घोषणा की गई।
वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान से बड़ी संख्या में सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला किया है। एक अमेरिकी अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। सीरिया से भी अमेरिका ने सैनिकों को वापस बुलाने का निर्णय कर लिया है।
सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाए जाने का फैसला किये जाने के एक दिन बाद यह घोषणा की गई। अधिकारी ने नाम नहीं जाहिर किये जाने की शर्त पर कहा, 'फैसला किया गया है। बड़ी संख्या में सैनिकों को वापस बुलाया जाएगा।'
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सेना की संख्या में कमी लाने की कार्रवाई अगले हफ्ते से शुरू हो सकती है। वर्तमान में अफगानिस्तान में 14 हजार से अधिक अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। अगर सैनिकों को वापस बुलाने की पुष्टि हुई तो यह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले का अनुपालन होगा, क्योंकि उन्होंने सीरिया से सभी अमेरिकी सेनाओं को हटाने का निर्णय लिया है। अमेरिकी प्रशासन ने बुधवार को आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट के खिलाफ लड़ाई में जीत का दावा कर सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा की थी।
अफगानिस्तान में शांति बहाली पर भारत-रूस में हुई बातचीत
इधर अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता की बहाली के उपायों पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विशेष दूत जमीर काबुलोव और विदेश सचिव विजय गोखले व विदेश मंत्रालय के अन्य अधिकारियों के बीच बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों ने इस बात पर एक बार फिर सहमति जताई कि अफगानिस्तान के नेतृत्व में वहां शांति बहाली की प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। बातचीत के दौरान रूसी पक्ष ने बताया कि उनके देश की तरफ से अफगानिस्तान में शांति बहाली के लिए क्या कुछ किया जा रहा है। कुमार ने बताया कि अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा, स्थिरता, अखंडता और खुशहाली लाने के लिए निरंतर बातचीत की प्रक्रिया जारी रखने पर भी सहमति बनी। अगले साल मास्को में अगले दौर की बातचीत होगी। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान मामलों के संयुक्त सचिव दीपक मित्तल से भी काबुलोव की प्रतिनिधिमंडल स्तर की बातचीत हुई।