पश्चिम एशिया में सैन्य क्षमता बढ़ा रहा अमेरिका, रॉकेट हमले से निपटने के लिए तैनात की जा रहीं रक्षा प्रणाली
इराक में ताजा हमलों के बाद पश्चिम एशिया में सुरक्षा कवच को मजबूत किया जा रहा है। इस क्षेत्र में दो विमानवाहक पोत बेड़े की तैनाती जारी रहेगी।
वाशिंगटन, आइएएनएस। इराक में अपने सैन्य ठिकानों पर बढ़ते हमलों से निपटने के लिए अमेरिका अब पश्चिम एशिया में सैन्य क्षमता बढ़ाने में जुट गया है। इसके लिए इराक में रक्षा प्रणालियां तैनात की जा रही हैं।
अमेरिकी मध्य कमान के कमांडर केनेथ मैकेंजी ने रक्षा विभाग पेंटागन में शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि इराक में ताजा हमलों के बाद पश्चिम एशिया में सुरक्षा कवच को मजबूत किया जा रहा है। इस क्षेत्र में दो विमानवाहक पोत बेड़े की तैनाती जारी रहेगी। मैकेंजी के अनुसार, अमेरिकी सेना रॉकेट और मोर्टार हमलों से मुकाबला करने के लिए इराक में पैट्रियट मिसाइल और सी-रैम जैसी रक्षा प्रणालियां तैनात कर रही हैं। सी-रैम (काउंटर-रॉकेट, आर्टिलरी, मोर्टार) प्रणाली कत्युशा रॉकेट जैसे कम ऊंचाई वाले हथियारों को मार गिराने में सक्षम है। इराक में अमेरिका के ताजी एयरबेस पर गत बुधवार को इसी रॉकेट से हमला किया गया था।
उल्लेखनीय है कि ईरान के साथ तनाव बढ़ने के बाद अमेरिका ने गत वर्ष मई में पश्चिम एशिया में विमानवाहक पोत और बमवर्षक विमान तैनात कर दिए थे।
ईरान बोला, पश्चिम एशिया से बाहर जाए अमेरिका
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मौसवी ने कहा कि अमेरिकी बलों को पश्चिम एशिया क्षेत्र से बाहर निकल जाना चाहिए। उनका यह बयान इराक में एक सैन्य ठिकाने पर हुए हमले को लेकर अमेरिका की ओर से किए गए दावे पर आया है। अमेरिका ने इस हमले के लिए ईरान समर्थित विद्रोहियों को जिम्मेदार ठहराया था। इस पर मौसवी ने कहा, 'खतरनाक कदमों और आधारहीन आरोपों की जगह ट्रंप को क्षेत्र में अपने बलों की गैरकानूनी मौजूदगी की समीक्षा करनी चाहिए।'