अमेरिका:उड़ानों पर लग सकता है ब्रेक, एयरलाइन्स को झेलनी पड़ रही पायलटों की किल्लत
हाल के कुछ सालों से अमेरिका को एयरलाइन पायलटों की भारी कमी झेलनी पड़ रही है।
वाशिंगटन (एजेंसी)। मौजूदा समय में अमेरिका को एयरलाइन पायलटों की किल्लत से जूझना पड़ रहा है विशेषकर क्षेत्रीय एयरलाइन के स्तर पर भारी कमी है। फेडरल विमानन प्रशासन ने एक रिपोर्ट में सोमवार को बताया कि 1987 में अमेरिका में 827,000 पायलट थे। पिछले तीन दशकों में ही पायलटों की संख्या में 30 फीसद की कमी हो गई।
इस अवधि के दौरान हवाई यात्रा के लिए मांगों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने अनुमान लगाया है कि अगले 20 सालों में हवाई यात्रा में दोगुना बढ़त होगी।
बड़े अमेरिकी एयरलाइंस को इस संकट का सामना नहीं करना पड़ रहा है ये केवल क्षेत्रीय एयरलाइंस के साथ है। इनके शेड्यूल में कमी कर दी गई है और रिपब्लिक जैसे कुछ एयरलाइंस अपर्याप्त पायलटों के कारण दिवालिया होने को मजबूर हैं।
हालांकि इस मुश्किल से निपटने के लिए इनसे जुड़ें संगठनों ने कदम उठाया है। क्षेत्रीय एयरलाइंस अब अधिक पेमेंट की पेशकश के साथ बोनस भी देने को तैयार हैं। इस बीच मिलिट्री से सप्लाई होने वाले पायलटों की संख्या भी घट गई है। 80 के दशक में करीब दो तिहाई एयरलाइन पायलट मिलिट्री में रह चुके थे। नेवी के अनुसार 2020 में 10 फीसद पायलटों की कमी हो गई जबकि एयरफोर्स ने बताया कि 2022 तक 1000 पायलटों की कमी हुई।
2009 में कांग्रेस ने एयरलाइन पायलटों की रिटायरमेंट उम्र 60 से बढ़ाकर 65 वर्ष कर दी। कांग्रेस ने 2010 में ड्यूटी टाइम के नियमों में भी बदलाव किया ताकि पायलटों की परेशानी कम हो सके।