अमेरिकी चुनाव 2020: चीन के मुद्दे पर भारत के साथ खड़े होने का ट्रंप को मिल सकता है फायदा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चुनाव अभियान टीम ने इस बात का आकलन किया है कि भारत के साथ खड़े होने का उन्हें फायदा मिल सकता है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। कश्मीर मुद्दे पर हस्तक्षेप नहीं करके और चीन के खिलाफ भारत के साथ खड़े होकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सही दांव चला है और इसी के चलते उन्हें भारतीय मूल के अमेरिकियों के वोट मिल सकते हैं। ट्रंप की चुनाव अभियान टीम ने यह विश्वास जताया है। बता दें कि अमेरिका में तीन नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने हैं। डोनाल्ड ट्रंप जहां रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दोबारा राष्ट्रपति बनने के लिए जोरशोर से लगे हैं वहीं डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन किस्मत आजमा रहे हैं।
ट्रंप विक्ट्री इंडियन-अमेरिकन फाइनेंस कमेटी के सह अध्यक्ष अल मेसन ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर राष्ट्रपति ट्रंप ने बिल्कुल सही रुख अपनाया है। उन्होंने विश्व स्तर पर भारत का कद बढ़ाने में मदद की है और चीन के खिलाफ नई दिल्ली का साथ दिया है। ट्रंप की टीम ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता की बात जरूर दोहराई है, लेकिन उन्होंने कभी इसमें हस्तक्षेप नहीं किया। ट्रंप समर्थकों के मुताबिक कोरोना महामारी के बावजूद भारतीय-अमेरिकियों की बेरोजगारी दर में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है। यूएस ब्यूरो ऑफ लेबर स्टैटिस्टिक्स के अनुसार, 2015 में 4.1 फीसद के मुकाबले बेरोजगारी दर 2019 में 2.5 प्रतिशत पर आ गई थी।
भारत के सच्चे दोस्त हैं ट्रंप: ढिल्लो
भारतीय मूल के अमेरिकी वकील और कैलिफोर्निया से रिपब्लिकन पार्टी की वरिष्ठ नेता हरमीत कौर ढिल्लो ने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप भारत के सच्चे दोस्त हैं, और दोनों देशों के रिश्तों में यह गर्मजोशी अगले चार सालों में भी जारी रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति धार्मिक स्वतंत्रता के पक्षधर है, जो कि प्रवासी हिंदुओं, सिखों और मुसलमानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इंडियन वाइस फॉर ट्रंप के सह अध्यक्ष ढिल्लो ने कहा कि भारतीयों का कठिन परिश्रम रंग ला रहा है और इसके लिए हम सभी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद देते हैं।