US Election: प्रेसिडेंशियल डिबेट में 'म्यूट बटन' को मंजूरी, बीच में रोकटोक नहीं कर पाएंगे ट्रम्प-बिडेन
म्यूट बटन के फैसले से ट्रंप की कैम्पेन टीम खुश नहीं है। सीपीडी को लिखे गए लेटर में टीम मैनेजर बिल स्टेपाइन ने कहा है कि हम म्यूट बटन के इस्तेमाल को सही नहीं मानते। कोई किसी कैंडिडेट की आवाज को कैसे दबा सकता है?
वाशिंगटन, रायटर। अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव के लिए डोनाल्ड ट्रंप और जो बिडेन के बीच गुरुवार को आखिरी प्रेसिडेंशियल डिबेट होने जा रही है। इस डिबेट के दौरान 'म्यूट बटन' के इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है। ऐसे में ट्रंप और बिडेन एक-दूसरे को बोलने से रोक नहीं पाएंगे, वहीं सुनने वाले को भी कोई परेशानी होगी। अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव होने जा रहे हैं।
ट्रंप और बिडेन के बीच इससे पहले जो प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई, उसके दौरान दोनों एक-दूसरे को काफी रोकते-टोकते हुए नजर आए थे। ऐसे में कई बार असहज स्थिति का सामना भी एंकर को करना पड़ा था। नियमों का उल्लंघन करके दोनों ने कई बार और कई मुद्दों पर एक दूसरे को रोकाटोका था। एक बार तो झल्लाकर बिडेन ने ट्रम्प से कहा था- क्या आप चुप नहीं रह सकते। सुनिए, मैं क्या बोल रहा हूं। इस बार डिबेट के दौरान ऐसी स्थिति उत्पन्न न हो, इसके लिए म्यूट बटन के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई है।
...तो फिर कर दीजिए जाएगा म्यूट!
बता दें कि ट्रंप और बिडेन के बीच पहली बहस 29 सितंबर को हुई थी। दूसरी बहस को राष्ट्रपति ट्रम्प के संक्रमित होने की वजह से रद कर दिया गया था। अब अगली बहस गुरुवार को होगी। बताया गया है कि ओपनिंग रिमार्क्स के दौरान हर कैंडिडेट का माइक्रोफोन दो मिनट के लिए बंद रखा जाएगा। बहस के दौरान जब उम्मीदवार से सवाल पूछेगा तो सिर्फ उस कैंडिडेट का माइक चालू रहेगा, जिसे जवाब देना है। आप इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि यदि सवाल बिडेन से पूछा गया है, तो ट्रंप का माइक बंद रहेगा। इसके बाद दोनों के माइक खोल दिए जाएंगे। बहस को 15-15 मिनट के छह हिस्सों में बांटा गया है। ट्रंप और बिडेन के बीच कुल 90 मिनट की बहस होगी।
म्यूट बटन पर ट्रंप टीम का रिएक्शन
म्यूट बटन के फैसले से ट्रंप की कैम्पेन टीम खुश नहीं है। सीपीडी को लिखे गए लेटर में टीम मैनेजर बिल स्टेपाइन ने कहा है कि हम म्यूट बटन के इस्तेमाल को सही नहीं मानते। कोई किसी कैंडिडेट की आवाज को कैसे दबा सकता है? ट्रंप ने इस बारे में अब तक कोई बयान नहीं दिया है। लेकिन माइक बंद होने के बावजूद अगर कोई उम्मीदवार बोलता है, तो इसे कैसे रोका जाएगा?