अमेरिका ने तैयार की चिंता वाले दस देशों की लिस्ट, चीन और पाक का नाम है शामिल
10 देशों को विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित किया गया है और इसमें चीन के साथ पाकिस्तान का नाम भी है। अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा कि बाइडन प्रशासन प्रत्येक व्यक्ति के धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका (US) ने धार्मिक स्वतंत्रता के गंभीर उल्लंघन में लिप्त होने या उसे सहन करने के लिए चीन और पाकिस्तान समेत 10 देशों को विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित किया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन (Antony Blinken) ने एक बयान में कहा कि बाइडन प्रशासन प्रत्येक व्यक्ति के धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता के अधिकार का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसमें इस मानवाधिकारों के उल्लंघन करने वालों का मुकाबला करना भी शामिल है।
We support open and just societies, in which all can enjoy freedom of religion or belief. Today’s designations shine a light on governments that violate religious freedom and require urgent attention & action. https://t.co/bwedH6YyEn
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) November 17, 2021
बयान में विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा है, 'मैं म्यांमार, चीन, इरीट्रिया, ईरान, उत्तर कोरिया, पाकिस्तान, रूस, सऊदी अरब, ताजिकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान को धार्मिक स्वतंत्रता के व्यवस्थित, सतत और गंभीर उल्लंघनों में शामिल होने या सहन करने के लिए विशेष चिंता वाले देशों के रूप में नामित करता हूं।' ब्लिंकन ने कहा कि वह अल्जीरिया, कोमोरोस, क्यूबा और निकारागुआ को उन सरकारों के लिए विशेष निगरानी सूची में रख रहे हैं जो धार्मिक स्वतंत्रता के गंभीर उल्लंघनों में शामिल हैं या सहन कर रहे हैं।
इसके साथ ही चार देशों अल्जीरिया (Algeria), कोमरोस (Comoros), क्यूबा (Cuba) और निकारागुआ (Nicaragua) को विशेष निगरानी सूची में रखा गया है। वहीं तालिबान जैसे कुछ आर्गेनाइजेशनों को विशेष चिंता वाली लिस्ट में शामिल किया गया है। विदेश मंत्री ब्लिंकन ने कहा, 'दुनिया में कई देश ऐसे हैं जहां की सरकार लोगों का शोषण केवल इसलिए कर रही है क्योंकि वे अपनी मान्यता के अनुसार जीवन जीना चाहते हैं।'
चिंता वाले दस देशों की लिस्ट में शामिल हैं ये नाम- म्यांमार ( Myanmar), चीन (China), इरिट्रिया (Eritrea), ईरान (Iran), उत्तर कोरिया (North Korea), पाकिस्तान (Pakistan), रूस (Russia), सऊदी अरब (Saudi Arabia), ताजिकिस्तान (Tajikistan) और तुर्कमेनिस्तान (Turkmenistan)।