'फ्लोरेंस' तूफान से हिला US, बना हुआ है परमाणु खतरा; 10 लाख लोगों को छोड़ना पड़ा घर
फ्लोरेंस तूफान ने अमेरिका में भयंकर तबाही मचा रखा है। तूफान के कारण मूसलाधार बारिश और बाढ़ का खतरा बना हुआ है।
वाशिंगटन (एजेंसी)। 'फ्लोरेंस' तूफान ने अमेरिका में भयंकर तबाही मचा रखा है। तूफान के कारण मूसलाधार बारिश और बाढ़ का खतरा बना हुआ है। एहतियातन तटीय इलाके के आसपास रहने वाले करीब 10 लाख लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया गया है। वहीं, तूफान के चलते अमेरिका में कुछ जगहों पर इमरजेंसी का भी एलान कर दिया गया है।
तट पर पहुंचा तूफान, कई जगह लगी एमरजेंसी
श्रेणी-5 का तूफान फ्लोरेंस अमेरिका के तट तक पहुंच चुका है। जिससे 225 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है और मूसलाधार बारिश हो रही है। इस कारण वर्जीनिया, उत्तर और दक्षिण कैरलाइना के तटीय इलाकों से 15 लाख से ज्यादा लोगों को घर खाली कर सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। हालांकि इसके बावजूद कई ऐसे लोग भी हैं, जो चेतावनियों के बावजूद अपना घर छोड़कर जाने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
हालांकि नॉर्थ कैरोलिना के गवर्नर रॉय कूपर हर किसी को घर छोड़कर जाने के लिए राजी करने की कोशिश कर रहे हैं। तूफान के भयंकर परिणाम का देखते हुए उन्होंने लोगों को समझाते हुए कहा कि जिस तरह से लहरें उठ रही हैं और हवाएं चल रही है। इससे यह पता चलता है कि यह तूफान ऐसा हो सकता है, जो आपने पहले कभी नहीं देखा होगा। बता दें कि मेरीलैंड और डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया में आपात स्थिति की घोषणा की गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर और दक्षिण कैरलाइना में आपात स्थिति की घोषणा की है।
तूफान के कारण बना परमाणु खतरा
भारी बारिश और बाढ़ के अलावा इस तूफान के कारण अमेरिका परमाणु खतरे से भी जूझ रहा है। एक्सपर्ट एजेंसियों के मुताबिक, इस तूफान के रास्ते में अमेरिका के 6 न्यूक्लियर पावर प्लांट भी है। इस बीच कुछ अधिकारियों को यह भरोसा है कि ये सभी परमाणु प्लांट सुरक्षित हैं। हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स उनके दावों पर शंका जता रहे हैं। उनका कहना है कि तूफान के कारण तेज बारिश और बाढ़ का खतरा उनके सुरक्षाकवच को नुकसान पहुंचा सकती है। ये सभी 6 न्यूक्लियर पावर प्लांट उत्तर और दक्षिण कैरलाइना में स्थित हैं।