मारा गया 130 मासूम बच्चों का कातिल आतंकी फजलुल्लाह, अमेरिकी ड्रोन ने बनाया निशाना!
अमेरिका ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के मुखिया फजलुल्लाह की सूचना देने पर 50 लाख डॉलर का ईनाम घोषित कर रखा है।
वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिकी सेना के अधिकारी ने वॉइस ऑफ अमेरिका को इस बात की पुष्टि की है कि अमेरिकन ड्रोन ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान(टीटीपी) के लीडर मुल्ला फजलुल्लाह के ठिकाने पर अफगानिस्तान के बॉर्डर के नजदीक हमला किया है। बताया जा रहा है कि इस हमले में मुल्ला फजलुल्लाह मारा गया है। हालांकि अभी इस बात की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सेना लेफ्टिनेंट कर्नल मार्टिन ओ डॉनेल ने वॉइस ऑफ अमेरिका को बताया कि अफगानिस्तान-पाकिस्तान बॉर्डर पर कुनार प्रांत में 13 जून को आतंकी ठिकाने पर हवाई हमले किए गए थे। हालांकि पेंटागन के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करने से इन्कार कर दिया कि ये हवाई हमला सफल रहा या नहीं। यानि अमेरिका द्वारा अभी फजलुल्लाह के मारे जाने की पुष्टि नहीं की गई है। हालांकि ऐसा माना जा रहा है कि हवाई हमले में फजलुल्लाह मारा गया है।
बता दें कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान एक आतंकवादी संगठन है, जो पूर्वी अफगानिस्तान के जनजातीय इलाकों में सक्रिय है। इस आतंकी संगठन ने पाकिस्तान के भीतर कई आतंकवादी हमलों को अंजाम दिया है। अमेरिका ने इसके मुखिया फजलुल्लाह की सूचना देने पर 50 लाख डॉलर का ईनाम घोषित कर रखा है।
टीटीपी के अल-कायदा से नजदीकी रिश्ते रहे हैं। दिसंबर 2014 में फजलुल्लाह के साथियों ने पाकिस्तानी इतिहास के सबसे घातक आंतकवादी घटना को अंजाम दिया, जब आतंकवादियों ने पाकिस्तान के पेशावर में एक आर्मी पब्लिक स्कूल पर हमला किया था। इस घटना में 130 से ज्यादा बच्चों समेत 151 लोग मारे गए थे। बताया जाता है कि 2012 में फजलुल्लाह ने पाकिस्तानी स्कूल छात्रा और सामाजिक कार्यकर्ता मलाला युसुफजई के अपहरण का आदेश दिया था, लेकिन यह साजिश नाकाम हो गई थी। सबसे कम उम्र में नोबेल शांति पुरस्कार पाने वाली मलाला यूसुफजई ने टीटीपी और फजलुल्लाह की खुलेआम आलोचना की थी। ऐसा कहा जाता है कि मलाला को गोली फजलुल्लाह ने ही मारी थी।