क्यों झूठ बोलते हैं लोग जानकर हैरान रह जाएंगे आप, वैज्ञानिकों ने अब जाकर खोला राज
why people generally lie to you लोग अक्सर झूठ क्यों बोलते हैं वैज्ञानिकों ने इस बारे में हैरान करने वाला खुलासा किया है। आप भी जानें कि ऐसा क्यों होता है...
न्यूयॉर्क, आइएएनएस। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि घर या दफ्तर में काम के दौरान जिन लोगों पर दबाव रहता है, यदि उनसे कोई सवाल पूछा जाए तो इस बात की संभावना ज्यादा रहती है कि वह झूठ बोलें। दूसरे शब्दों में कहें तो दबाव के दौरान ऐसे लोग भी झूठ का सहारा ले सकते हैं जिनसे आप उम्मीद करते हैं कि वह सच ही बोलेंगे।
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी सांता बारबरा (यूसीएसबी) के वैज्ञानिक जॉन प्रोटोज्को ने कहा, ‘ हम बिना सोचे समझे जल्दबाजी में अक्सर प्रश्नों का जवाब तो देते हैं और इस बारे में सोचते भी नहीं कि आखिर ऐसा कैसे होता है। लेकिन, मनोविज्ञान के लिहाज से देखें तो यह अपने आप में एक बड़ा सवाल है।’ उन्होंने कहा कि दबाव में लोग जानते तो हैं कि वह झूठ बोल रहे हैं, पर वह वही बात कहते हैं जो सामने वाला सुनना चाहता है क्योंकि हो सकता है कि अगर आप सच बोलें तो सामने वाला तीखी प्रतिक्रिया दे और बनी बनाई बात बिगड़ जाए।
प्रोटोज्को ने कहा, ‘इसका मतलब है कि हम हमारे मस्तिष्क में हमेशा दो तरह के विचार आते रहते हैं। एक विचार सहज और तुरंत आता है, जबकि दूसरा तर्कसंगत होता है। तर्कसंगत बातों को हम कभी बिना सोचे-समझे नहीं बोलते। यह अध्ययन साइकोलॉजिकल साइंस नामक जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
इससे इतर एक नए अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कुछ पेशों में लोग झूठ इसलिए बोलते हैं क्योंकि उस पेशे को लेकर धारणा ही गलत बन गई है। अमेरिकी शिक्षाविद ब्रायन सी गुनिया और एम्मा ई. लेविन ने अपने शोध में पाया है कि कुछ पेशों को लेकर धारणा बन गई है कि इसमें काम करने वाले सच को तोड़ते मरोड़ते हैं वे ही इन नौकरियों के लिए बेहतर होते हैं। अध्ययन के मुताबिक, जिन नौकरियों में ग्राहक संतुष्टि से ज्यादा बिक्री बढ़ाने पर फोकस होता है, उन पेशों को लेकर ऐसी धारणा होती है।