संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी, तालिबान भविष्य में कर सकता है अफगानिस्तान के कई राज्यों पर कब्जा
तालिबान को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने आगाह किया है। यूएन का कहना है कि तालिबान आने वाले समय में अफगानिस्तान के कई राज्यों की राजधानियों पर कब्जा कर सकता है। सुरक्षा परिषद को इस बारे में आगाह किया गया है।
न्यूयॉर्क (रॉयटर्स)। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि तालिबान आने वाले समय में अफगानिस्तान के कई शहरों पर कब्जा कर सकता है। संयुक्त राष्ट्र की इस चेतावनी के बाद अफगानिस्तान में शांति को लेकर की जा रही कोशिशों पर पानी फिरता दिखाई दे रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अमेरिका ने जब से अफगानिस्तान से अपनी सेना को वापस ले जाने का एलान किया है तब से ही तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं। वो लगातार एक के बाद एक शहरों और राज्यों को अपनी जद में लेता जा रहा है। तालिबान के बढ़ते कदम से अफगानिस्तान की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है।
आपको बता दें कि अमेरिका ने 11 सितंबर से पहले ही अफगानिस्तान से बाहर निकलने की योजना पर अमल करना शुरू कर दिया है। इसके बाद अफगानिस्तान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी वहां के सुरक्षा बलों के ऊपर आ जाएगी। जानकारी के मुताबिक तालिबान हाल के कुछ समय में अपने गढ़ से काफी आगे निकल गया है। मंगलवार को तालिबान ने शीर खान बंदर पर भी कब्जा कर लिया। ये अफगानिस्तान में ताजिकिस्तान से लगती सीमा पर स्थित है जो रणनीतिक दृष्टि से काफी अहम है। इससे पहले वो उत्तरी प्रांत बगलान के नाहरीन और बगलान ए मरकजी जिलों पर भी अपना कब्जा जमा चुका है।
अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र की विशेष दूत डेबरा ल्योन्स ने कहा है कि तालिबान ने देश के 370 में से 50 जिलों पर कब्जा कर चुका है। ये कब्जा मई से अब तक के बीच किए हमलों के बाद किया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को इसकी जानकारी देते हुए ल्योन्स ने कहा कि तालिबान ने अब तक जिन इलाकों पर कब्जा किया है वो इलाके विभिन्न राज्यों की राजधानी के समीप हैं। इससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य में वो इन राज्यों की राजधानी पर कब्जा जमाने की ताक में हैं। उनके मुताबिक तालिबान एक बार फि से अफगानिस्तान में अपनी रणनीतिक ताकत को बढ़ाने में लगा हुआ है। सुरक्षा परिषद में उन्होंने साफ किया है कि अफगानिस्तान में संघर्ष बढ़ने का सीधा अर्थ है कि तालिबानी आहट का खतरा पड़ोसी देशों को भी हो सकता है।
अफगानिस्तान के मुद्दे पर अमेरिका लगातार कह रहा है कि वो यहां से जाने के बाद भी तालिबान पर पूरी नजर रखेगा। अमेरिका की तरफ से ये भी कहा गया है कि वो पाकिस्तान में एक ऐसे ठिकानेको लेकर बात कर रहा है जहां से वो तालिबान को जवाब दे सके। हालांकि पाकिस्तान बार बार इस बात को कह रहा है कि वो अमेरिका को अपने यहां की जमीन इस्तेमाल नहीं करने देगा। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफील्ड का कहना है कि वो अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता कायम करेन के लिए कूटनीति का इस्तेमाल करेगा