UNGA की बैठक से पहले पाकिस्तान को झटका, संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर को द्विपक्षीय मुद्दा बताया
न्यूयॉर्क में होने वाले UNGA बैठक से पूर्व संयुक्त राष्ट्र ने कश्मीर को भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा बताया है और कहा कि इसे बातचीत से सुलझाया जा सकता है।
संयुक्त राष्ट्र, एजेंसी। जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से कश्मीर को अंतरराष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान इसमें पूरी तरह से विफल हो गया है। पाकिस्तान को बुधवार के दिन उस वक्त बड़ा झटका लगा जब संयुक्त राष्ट्र ने इसे भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मुद्दा बताया और कहा कि इसे बातचीत से सुलझाया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र का यह बयान अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में होने वाले 74 वें संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) सत्र के पहले आया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने बुधवार को पाकिस्तानी मीडिया द्वारा कश्मीर के समाधान के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मानवाधिकारों का क्षेत्र में पूरा सम्मान होना चाहिए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे को भारत और पाकिस्तान बातचीत से सुलझा सकते हैं।
यूएनएचआरसी में पाकिस्तान को भारत का जवाब
गौरतलब है पिछले हफ्ते पाकिस्तान ने जेनेवा में यूएनएचआरसी की बैठक के दौरान भारत पर मानवाधिकार हनन का झूठा आरोप लगाया था। इसके जवाब में भारत ने अनुच्छेद 370 पर लिए गए फैसले को आंतरिक फैसला बताया था। साथ ही पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा था कि उस कश्मीर पर टिप्पणी करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उसे मानवाधिकार को लेकर खुद का रिकॉर्ड देखना चाहिए। साथ ही भारत अपने इस रुख पर कायम है की मध्यस्थता के लिए किसी तीसरे पक्ष की कोई जरूरत नहीं है चाहे संयुक्त राष्ट्र हो या अमेरिका।
इमरान खान फिर होंगे असफल
भारत सरकार के पिछले महीने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने और इसे दो भाग में बांटने के फैसले के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। इसके बाद से दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। पाकिस्तान इसके बाद से लगातार कश्मीर मुद्दे को वैश्विक पटल पर उठाने की कोशिश कर रहा है, जहां उसे अभी तक मुंह की खाने को मिला है। बता दे कि 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक होगी,जिसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान भी शामिल होंगे। इमरान ने कहा कि इस मुद्दे को बातचीत से नहीं सुलझाया जा सकता, ऐसे में वो एक बार फिर इस मुद्दे को उठाने की कोशिश करेंगे, लेकिन संयुक्त राष्ट्र केे बयान से साफ हो गया है उन्हें इसमें कोई सफलता मिलेगी।