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Ukraine Crisis: क्‍या रूस के पास नहीं बची हैं उपयुक्त मिसाइलें, रूसी सेना के इस रुख से उठ रहे सवाल

russia ukraine tensions लुहांस्क प्रांत यूक्रेन के हाथ से फ‍िसलता नजर आ रहा है। वहीं रूसी सेना ने लिसिचांस्क शहर को घेर लिया है। सीरिया ने लुहांस्क और डोनेस्क की रूस समर्थित सरकारों को समर्थन देने की बात कही है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Sat, 02 Jul 2022 07:37 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jul 2022 02:49 AM (IST)
Ukraine Russia conflict : लुहांस्क और डोनेस्क यूक्रेन के हाथ से फ‍िसलते नजर आ रहे हैं।

कीव, एपी। यूक्रेन ने मान लिया है कि लुहांस्क प्रांत रूस के हाथ जाना तय है। लुहांस्क के गवर्नर ने कहा है कि प्रांत के लिसिचांस्क शहर को रूसी सेना ने घेर लिया है और उस पर भीषण गोलाबारी हो रही है। वहां जो नागरिक बचे हैं वे घरों में ही कैद हैं और उनका भविष्य अनिश्चतता से घिरा हुआ है। इस बीच सीरिया ने कहा है कि वह लुहांस्क और डोनेस्क की रूस समर्थित सरकारों को समर्थन देने के लिए तैयार है।

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डोनेस्क में भीषण लड़ाई

रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि उसकी सेना ने लिसिचांस्क के तेलशोधक कारखाने पर कब्जा कर लिया है जबकि लुहांस्क के गवर्नर सेरही हैदाई ने कहा ने कहा है कि वहां लड़ाई जारी है। डोनेस्क में भी भीषण लड़ाई की खबर है। यहां के बड़े शहर स्लोविंस्क में शुक्रवार को देर रात रूसी सेना के हमले में चार लोगों के मारे जाने की खबर है।

क्लस्टर बमों से हमला

यूक्रेनी सेना ने दावा किया गया है कि वहां पर क्लस्टर बमों से हमला किया गया। रूसी सेना और रूस समर्थित लड़ाके दोनों प्रांतों में मिलकर लड़ रहे हैं। रूस इन्हीं दोनों प्रांतों पर पूर्ण नियंत्रण के लिए पिछले कई हफ्तों से हमले कर रहा है।

विद्रोहियों ने संभाला मोर्चा

यूक्रेन के दोनों प्रांतों के कुछ हिस्से पर 2014 से रूस समर्थित विद्रोहियों का कब्जा है। इसी साल फरवरी में युद्ध शुरू होने से पहले रूस ने दोनों प्रांतों में विद्रोहियों के कब्जे को मान्यता देते हुए उन्हें स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा दे दिया था। अब यही विद्रोही रूसी सेना के साथ दोनों प्रांतों में यूक्रेनी सेना से लड़ रहे हैं।

सीरिया बोला- हम देंगे मान्‍यता

सीरिया की बशर अल असद सरकार ने कहा है कि वह लुहांस्क और डोनेस्क क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से कार्य कर रही सरकारों को मान्यता देती है और उनके साथ कूटनीतिक रिश्ते कायम करने के लिए कार्य कर रही है।

लुकाशेंको ने दिए खतरनाक संकेत

इस बीच बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि यूक्रेन बेलारूस के सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश कर रहा है। तीन दिन पहले यूक्रेन की ओर से आई मिसाइल को आकाश में ही मार गिराया गया। उन्होंने कहा, बेलारूस यूक्रेन के साथ युद्ध नहीं चाहता है।

रिहायशी भवन पर तीन एंटी शिप मिसाइलें दागीं

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि रूसी सेना ने शुक्रवार को ओडेसा बंदरगाह के नजदीक रिहायशी इमारत पर हमले के लिए तीन एंटी शिप मिसाइलों का इस्तेमाल किया। इससे इमारत पूरी तरह से ध्वस्त हो गई और 21 लोग मारे गए।

क्‍या रूस के पास खत्‍म हो गई हैं मिसाइलें

ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि शस्त्रागार में उपयुक्त मिसाइलों की कमी के कारण रूसी सेना गैरजरूरी हथियारों का इस्तेमाल कर रही है। इसी कारण रिहायशी भवन पर एंटी शिप मिसाइल दागी गई।

यूक्रेन में नागरिक ठिकानों पर मिसाइल हमले

यूक्रेन युद्ध का पांचवां महीना शुरू होने के साथ ही नागरिक ठिकानों पर रूसी सेना के हमले बढ़ गए हैं। हाल के दिनों में कीव और क्रेमेनचुक के बाद शुक्रवार को ओडेसा के नजदीक नागरिकों पर हमला हुआ। इन हमलों में 40 से ज्यादा लोग मारे गए।

मीकोलईव शहर में गोलाबारी

यूक्रेन के दक्षिण में स्थित मीकोलईव शहर शनिवार को रूसी टैंकों की गोलाबारी से दहल गया। गोलाबारी से हुए जान-माल के नुकसान का पता नहीं चला है लेकिन मेयर ओलेक्जेंडर सेंकेविच ने लोगों से भूमिगत ठिकानों में रहने की अपील की है। रूस ने कहा है कि उसकी सेना ने यूक्रेनी सेना की कमांड पोस्ट पर हमला किया था।


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