ट्रंप ने जापान में 2.5 करोड़ मेक्सिकन नागरिक भेजने की दी धमकी
यूरोपीय संघ के एक अधिकारी के मुताबिक ट्रंप के इस बयान से सम्मेलन में तल्खी का माहौल हो गया था।
वाशिंगटन, एएफपी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी को धमकी दी थी कि वह 2.5 करोड़ मेक्सिको नागरिकों को उनके देश भेज देंगे। ट्रंप का यह बयान जी-7 देशों के सम्मेलन में भिन्न मुद्दों को लेकर नेताओं के बीच हुई उठापटक के बीच आया था। दरअसल, दुनिया के सात सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के नेताओं के बीच पिछले हफ्ते कनाडा में हुई बैठक पूरी तरह सफल नहीं हो पाई थी।
ट्रंप ने सम्मेलन के बाद सर्वसम्मति से जारी किए जा रहे बयान को खारिज करने के साथ ही कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रूडो पर तीखा हमला बोला। इसके अतिरिक्त व्यापार, आतंकवाद और अप्रवासन के मुद्दे पर ट्रंप के रवैये से उनके समकक्ष क्षुब्ध थे। बहस के दौरान ट्रंप ने अप्रवासन को यूरोप की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए कहा, शिंजो आपके पास ऐसी कोई समस्या नहीं है लेकिन मैं आपके देश में 2.5 करोड़ मेक्सिन नागरिक भेज सकता हूं और आप सत्ता से बेदखल हो जाएंगे।
यूरोपीय संघ के एक अधिकारी के मुताबिक ट्रंप के इस बयान से सम्मेलन में तल्खी का माहौल हो गया था। ट्रंप ने ईरान और आतंकवाद के मुद्दे पर फ्रांसीसी राष्ट्रपति को घेरते हुए कहा, मैक्रों, आप इस बात से अच्छी तरह वाकिफ होंगे क्योंकि सारे आंतकवादी पेरिस में ही हैं। इसके अतिरिक्त ट्रंप ने यूरोपीय संघ के अध्यक्ष जेन-क्लाउडे जंकर और अन्य नेताओं पर भी तीखी टिप्पणियां कीं।
अमेरिका में दो हजार अप्रवासी बच्चे अपने परिवार से बिछड़े
अमेरिका में मेक्सिको से लगी सीमा के पास पिछले लगभग छह हफ्तों में करीब दो हजार अप्रवासी बच्चे अपने परिवारों से बिछड़ गए। दरअसल, ट्रंप सरकार ने अवैध रूप से सीमा पार करने वाले नियम में बदलाव किया है जिसकी वजह से वयस्कों को सीधे हिरासत में लिया जा रहा है। नतीजन, बच्चे अपने परिवार से दूर होने को मजबूर हो गए हैं। सरकार के इस कदम से यहां का राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
बता दें कि पुराने नियम के अनुसार पहली बार सीमा पार करने वालों पर साधारण अपराध का मुकदमा दर्ज किया जाता था लेकिन नियमों में हुए बदलाव के बाद से अवैध रूप से सीमा पार करने वालों को अपराधी मानते हुए हिरासत में लिया जा रहा है।
अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के मुताबिक गत 19 अप्रैल से 31 मई के बीच 1,995 बच्चों को उनके अभिभावकों या उनके साथ यात्रा कर रहे लोगों से अलग कर दिया गया। इन बच्चों को अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव विकास विभाग में भेजा जा रहा है। अटार्नी जनरल जेफ सेशंस का कहना है कि सीमा पार करने वालों को समझना चाहिए कि बच्चे उनके लिए ढाल का काम नहीं करेंगे। संयुक्त राष्ट्र ने अमेरिका को तुरंत इसपर रोक लगाने के लिए कहा है।