मध्यपूर्व में खर्च किये खरबों लेकिन मिला कुछ नहीं, सैन्य अभियान लेंगे वापस- ट्रंप
उन्होंने हालांकि यह नहीं कहा कि सीरिया में मौजूद आईएसआईएस आतंकियों के खिलाफ अमेरिका का सैन्य हवाई हमला अभियान वापस लिया जाएगा या नहीं।
वाशिंगटन (एजेंसी)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि अमेरिका युद्धग्रस्त सीरिया से अपने सैनिकों को बहुत जल्द वापस बुला लेगा। हालांकि वाशिंगटन की तरफ से किसी औऱ तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई। ट्रंप ने गुरुवार को स्टेट ऑफ ओहियो में डेलीवाइज्ड रैली में कहा कि हम बहुत जल्द ही सीरिया से अपनी सेना वापस बुला लेंगे। कहा कि, अब कोई और इस मामले को देखेगा।
बताया जा रहा है कि तुर्की ने अमेरिका समर्थित कुर्द वायपीजी लड़ाकू सेनाओं को पूर्वी घोउटा से वापस लेने का आग्रह किया था। ट्रंप ने शिकायती लहजे में कहा कि अमेरिका ने मध्यपूर्व में खरबों खर्च किये हैं लेकिन वापस उन्हें कुछ नहीं मिला है।
उन्होंने हालांकि यह नहीं कहा कि सीरिया में मौजूद आईएसआईएस आतंकियों के खिलाफ अमेरिका का सैन्य हवाई हमला अभियान वापस लिया जाएगा या नहीं। उन्होंने ओहियो कार्यकर्ताओं से कहा कि अमेरिकन सेना ने आईएसआईएस को वहां से खदेड़ने के लिए काफी काम किया है। हम बहुत जल्द ही अपना सैन्य अभियान वापस ले रहे हैं।
सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ लड़ाई में अधिकतर अमेरिकी सेना देश के उत्तरी भाग में तैनात है, और उनके साथ कुर्दिश वायपीजी सेना भी इस अभियान में शामिल है। पिछले हफ्ते, अमेरिकी विदेश विभाग ने इस बात से इनकार किया था कि कुर्दिश शहर मैनबिज में अमेरिकी सैनिकों की उपस्थिति पर तुर्की के साथ समझौता हुआ।
तुर्की जिसने हाल ही में सीरिया में एक सैन्य अभियान शुरू किया वह यहां के कुर्दिस्तान श्रमिक पार्टी (पीकेके) को आतंकवादी समूह मानता है। पीकेके ने तुर्की राज्य के खिलाफ एक दशकों से लंबी सशस्त्र लड़ाई लड़ी है जिसमें हजारों लोग मारे गए हैं।
पिछले हफ्ते, तुर्की ने कहा कि अंकारा और वाशिंगटन ने मनबीज पर एक सामान्य समझौता किया था और तुर्की की ओर से इस सौदे को लागू करने के लिए अब वह अपने नाटो सहयोगी के लिए इंतजार कर रहा है।