टिक टॉक ने कहा- ट्रंप प्रशासन पर मुकदमे के अलावा कोई विकल्प नहीं, व्हाइट हाउस के तर्क से असहमत
टिक टॉक ने ट्रंप पर छह अगस्त के कार्यकारी आदेश में टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाकर विवाद को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है।
न्यूयॉर्क, रायटर। टिक टॉक ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के देश में वीडियो शेयरिंग एप के कारोबार पर प्रतिबंध लगाने वाले कार्यकारी आदेश को लेकर ट्रंप प्रशासन पर मुकदमा दायर करने के अलावा उसके पास और कोई विकल्प नहीं है।
टिक टॉक ने कहा- व्हाइट हाउस के तर्क से पूरी तरह असहमत
एक ब्लाग पोस्ट में टिक टॉक ने कहा है कि वह व्हाइट हाउस के तर्क से पूरी तरह से असहमत है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
टिक टॉक ने कहा- अमेरिकी यूजर डाटा की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए असाधारण कदम उठाए
टिक टॉक ने कहा है कि उसने टिक टॉक के अमेरिकी यूजर डाटा की प्राइवेसी और सुरक्षा के लिए असाधारण कदम उठाए हैं। यह भी कहा है कि प्रशासन ने उसकी चिंताओं को दूर करने के लिए उसके द्वारा किए गए विस्तृत प्रयासों को नजरअंदाज किया है। उसने ट्रंप पर छह अगस्त के कार्यकारी आदेश में टिक टॉक पर प्रतिबंध लगाकर विवाद को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया है।
अमेरिका में प्रतिबंध को कोर्ट में चुनौती देगा टिकटॉक
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया, चीन संघीय कर्मचारियों की लोकेशन को ट्रैक करने, लोगों को ब्लैकमेल करने के लिए डोजियर बनाने और कॉरपोरेट के लोगों की जासूसी करने के लिए टिक टॉक की मदद ले रहा है। ट्रंप ने छह अगस्त को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिसमें अमेरिकियों को टिकटॉक की चीनी मूल कंपनी बाइटडांस के साथ व्यापार करने से रोकने के लिए 45 दिन का समय दिया गया था। इसी आदेश को वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म कोर्ट में चुनौती देगी।
टिक टॉक ने कहा- मेरे पास आदेश को चुनौती देने के अलावा कोई विकल्प नहीं
टिक टॉक ने अपने बयान में कहा, यह सुनिश्चित करने के लिए कि कानून का नियम खारिज नहीं किया जा रहा है और हमारी कंपनी और उपयोगकर्ताओं के साथ उचित व्यवहार किया जाए। हमारे पास न्यायिक प्रणाली के माध्यम से कार्यकारी आदेश को चुनौती देने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
टिक टॉक ने कहा- अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं
राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे का आरोप लगने पर टिक टॉक की तरफ से लगातार सफाई दी जाती रही है। टिक टॉक का कहना है कि वह अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं है। वहीं, बीजिंग का टिक टॉक प्रतिबंधों को लेकर कहना है कि ट्रंप सिर्फ राजनीतिक हेरफेर के लिए ऐसा कर रहे हैं।