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अंतरिक्ष में देखा गया अब तक का सबसे चमकीला गामा किरण उत्सर्जन

पूर्व के अध्ययनों में बताया गया था कि किसी तारे के टूटने या दो मृत तारों के आपस में मिलने के दौरान ही ब्रह्मांड में उच्च उर्जा का उत्सर्जन होता है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Thu, 21 Nov 2019 07:24 PM (IST)Updated: Thu, 21 Nov 2019 08:01 PM (IST)
अंतरिक्ष में देखा गया अब तक का सबसे चमकीला गामा किरण उत्सर्जन
अंतरिक्ष में देखा गया अब तक का सबसे चमकीला गामा किरण उत्सर्जन

वाशिंगटन, प्रेट्र। शोधकर्ताओं ने अंतरिक्ष में अब तक के सबसे शक्तिशाली और चमकदार ऊर्जा का उत्सर्जन देखा है। यह दृश्य प्रकाश की तुलना में एक ट्रिलियन अधिक ऊर्जावान है। दरअसल, यह एक विद्युतचुम्बकीय घटना है, जिसे गामा-रे ब‌र्स्ट (GRB) के रूप में जाना जाता है।

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नेचर जर्नल में इस अध्ययन को प्रकाशित किया गया है। पूर्व के अध्ययनों में बताया गया था कि किसी तारे के टूटने या दो मृत तारों के आपस में मिलने के दौरान ही ब्रह्मांड में उच्च उर्जा का उत्सर्जन होता है।

अमेरिका की जार्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने 14 जनवरी को जीआरबी 190114सी विस्फोट का पता लगाया था। जिसके बाद दुनियाभर में 20 से अधिक वेधशालाओं और उपकरणों का उपयोग कर स्रोत से आने वाले विकिरण का अवलोकन करने के लिए एक सामूहिक प्रयास किया गया। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों की एक टीम ने इस विस्फोट के बारे में जानकारी एकत्र की।

शोधकर्ताओं ने पाया कि यह विस्फोट विशेष रूप से पांच अरब प्रकाशवर्ष दूर आकाशगंगा के घने वातावरण में हुआ था।

40 लाख मील प्रति घंटे की रफ्तार से बाहर जा रहा है तारा

बता दें कि कुछ दिन पहले ही रहस्यों से भरपूर ब्रह्मांड में एक अनूठी घटना सामने आई थी। खगोलविदों को एक ऐसे तारे का पता चला था, जो ब्लैक होल से डरकर हमारी आकाशगंगा से बहुत तेजी से बाहर निकल रहा है। एस5-एचवीएस1 नामक यह तारा हमारी आकाशगंगा के केंद्र से 40 लाख मील प्रति घंटे की रफ्तार से बाहर जा रहा है। यह तारा इस समय धरती से करीब 29 हजार प्रकाश वर्ष दूर है।

दस गुना ज्यादा है चमकीला

खगोलविद टिंग ली के अनुसार, यह तारा हमारे सूर्य से दो गुना विशाल होने के साथ ही दस गुना ज्यादा चमकीला भी है। यह तारा अप्रत्याशित गति से गहरे अंतरिक्ष की ओर बढ़ रहा है।

खगोलविद यूरोपीय स्पेस एजेंसी के गाया स्पेसक्राफ्ट की मदद से तारे पर नजर रख रहे हैं। उनका कहना है कि यह तारा जिस सेगिटेरियस-ए नामक ब्लैकहोल से बचकर भाग रहा है, उसका द्रव्यमान सूर्य से 40 लाख गुना ज्यादा है। इस स्पेसक्राफ्ट की मदद से अब तक 1.3 अरब तारों की स्थिति का खाका तैयार किया जा चुका है।


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