सुरक्षा परिषद ने इस्लामिक स्टेट- खोरासन के शीर्ष आतंकी सनाउल्लाह पर लगाया प्रतिबंध
यूएनएससी की प्रतिबंध समिति की ओर से जारी बयान के मुताबिक अफगानी नागरिक घफारी को डा. साहब अल मुहाजिर साहब मुहाजेर और साहब महाजर के नाम से भी जाना जाता है। समिति ने घफारी को 21 दिसंबर को अपनी प्रतिबंध सूची में शामिल किया था।
संयुक्त राष्ट्र, प्रेट्र। अफगानिस्तान में इस्लामिक स्टेट से जुड़े समूहों के खिलाफ ताजा कार्रवाई के तहत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने इस्लामिक स्टेट- खोरासन (आइएस-के) के 27 वर्षीय शीर्ष आतंकी सनाउल्लाह घफारी पर कई प्रतिबंध लगा दिए हैं। इसमें संपत्तियों की जब्ती और यात्रा व हथियारों पर प्रतिबंध शामिल हैं।
यूएनएससी की प्रतिबंध समिति की ओर से जारी बयान के मुताबिक, अफगानी नागरिक घफारी को डा. साहब अल मुहाजिर, साहब मुहाजेर और साहब महाजर के नाम से भी जाना जाता है। समिति ने घफारी को 21 दिसंबर को अपनी प्रतिबंध सूची में शामिल किया था। वह जून, 2020 से आइएस-के का नेता है।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कई आतंकी हमलों का रहा है मास्टरमाइंड
बयान के मुताबिक, वह पूरे अफगानिस्तान में आइएस-के के सभी अभियानों को मंजूरी देने और गतिविधियों के लिए धन जुटाने का जिम्मेदार है। वह पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है। आइएस-के का शीर्ष आतंकी होने की वजह से 2021 में हुए कई आतंकी हमलों में सैकड़ों लोगों की मौत के लिए वह ही जिम्मेदार है। इन हमलों को आत्मघाती या आइईडी विस्फोटों के जरिये अंजाम दिया गया।
आतंकियों की पनाह को लेकर अमेरिका रिपोर्ट ने खोली पाकिस्तान की पोल
वहीं, दूसरी ओर अमेरिका की एक रिपोर्ट ने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का दिखावा करने वाले पाकिस्तान की पोल खोलकर रख दी है। रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामिक स्टेट-खुरासान अल कायदा और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) जैसे आतंकी संगठन अभी भी अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र को सुरक्षित पनाहगाह के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। यही नहीं आईएस-के के आतंकियों ने नागरिकों, पत्रकारों, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्यों और धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हमलों को जारी रखा है। मालूम हो कि पाकिस्तान हमेशा से ही आतंकियों की मदद करता आया है। इसको लेकर कई देशों ने पाकिस्तान पर कड़ी आपत्ति जताई है।
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