पुराने जख्मों को भरने में मदद करेगी स्मार्ट बैंडेज, वैज्ञानिकों ने की ईजाद, जानें इसके बारे में
शोधकर्ताओं का कहना है कि वास्तव में इससे कोई रोकथाम नहीं होती।
वॉशिंगटन, एजेंसी। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी स्मार्ट बैंडेज (पट्टी) ईजाद की है, जिसे बिना किसी तार के जरिये नियंत्रित किया जा सकता है। किसी स्मार्टफोन के आकार वाले इस प्लेटफार्म के जरिये जख्मों तक विविध दवाओं की आपूर्ति की जा सकती है। इस तरीके से ना सिर्फ पुराने जख्मों को ठीक किया जा सकता है बल्कि उपचार की मौजूदा प्रणालियां तक बदल सकती हैं।
एडवांस्ड फंक्शनल मैटेरियल्स जर्नल में छपे अध्ययन के अनुसार, बैंडेज में छोटे आकार की कई सुइयां लगाई गई हैं। बगैर तार के नियंत्रित होने वाली इस पट्टी के प्रोग्राम को इस तरह निर्धारित किया जा सकता है, जिससे सुइयां समय-समय पर दवाओं का रिसाव करती रहती हैं। अमेरिका की कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर अली तमायोल ने कहा, 'ऐसी उन्नत पट्टी बनाने की दिशा में यह एक अहम कदम है, जिससे उन जख्मों को भी ठीक किया जा सकता है, जो जल्दी नहीं भरते।' (प्रेट्र)
वजन घटाने में कारगर नहीं रोजाना दस हजार कदम टहलना
यह आम धारणा है कि रोजाना दस हजार कदम चलने से वजन नहीं बढ़ता। लेकिन इस धारणा के उलट शोधकर्ताओं का कहना है कि वास्तव में इससे कोई रोकथाम नहीं होती।
अमेरिका की ब्रिघम यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता ब्रूस बेली ने कहा, 'वजन कम करने में सिर्फ टहलने जैसी एक्सरसाइज हमेशा कारगर नहीं हो सकती। इससे हालांकि शारीरिक गतिविधि बढ़ाने में फायदा हो सकता है, लेकिन हमारे अध्ययन से जाहिर होता है कि वजन नियंत्रित करने या रोकथाम में इसका कोई फायदा नहीं होता।' यह निष्कर्ष 120 प्रतिभागियों पर किए गए एक अध्ययन के आधार पर निकाला गया है।
प्रतिभागियों को हफ्ते में छह दिन 10 से लेकर 15 हजार कदम टहलने को कहा गया था। इस दौरान शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों में कैलोरी की खपत और वजन पर नजर रखी। अध्ययन के अंतर में 15 हजार कदम चलने वाले प्रतिभागियों में भी डेढ़ किलो वजन बढ़ा पाया गया। (आइएएनएस)