वैज्ञानिकों ने खोजा नया खगोलीय पिंड, 40 हजार साल में पूरी करता है सूर्य की परिक्रमा
सौर मंडल के आखिरी छोर पर एक खगोलीय पिंड की खोज हुई है। 2015 टीजी387 नामक यह पिंड 40 हजार सालों में सूर्य की परिक्रमा पूरी करता है।
वाशिंगटन, प्रेट्र। सौर मंडल के आखिरी छोर पर एक खगोलीय पिंड की खोज हुई है। 2015 टीजी387 नामक यह पिंड 40 हजार सालों में सूर्य की परिक्रमा पूरी करता है। अमेरिका स्थित कार्नेगी इंस्टीट्यूशन फॉर साइंस के शोधकर्ताओं के अनुसार यह सूर्य से 80 एस्ट्रोनॉमिकल यूनिट (एयू) की दूरी पर स्थित है। एयू सूर्य से पृथ्वी के बीच की दूरी का मापक है।
2015 टीजी387 से सूर्य की दूरी सूर्य और प्लूटो के बीच की दूरी से भी ढ़ाई गुना अधिक है। परिक्रमा के दौरान इस पिंड की सूर्य से निकटतम दूरी करीब 65 एयू रहती है। इसके अलावा केवल 2012 वीपी113 और सेडना नामक पिंड की ही सूर्य से निकटतम दूरी 65 एयू से अधिक है। 2012 वीपी113 सूर्य से 80 एयू और सेडना 76 एयू की दूरी पर स्थित है।
2015 टीजी387 सौर मंडल में मौजूद उन कुछ पिंड में शामिल है जो बृहस्पति और वरुण ग्रह के गुरुत्वाकर्षण क्षेत्र के करीब नहीं आते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि इनकी मदद से सौर मंडल के आखिरी छोर पर हो रही घटनाओं का अध्ययन किया जा सकता है। इस तरह के हजारों पिंड सौर मंडल में हो सकते हैं लेकिन अत्यधिक दूरी के कारण इनकी खोज करना कठिन है। 2015 टीजी387 99 फीसद समय तक सूर्य से इतना दूर होता है कि इसे आसानी से देखा नहीं जा सकता है।