Move to Jagran APP

अरब सागर में अमेरिकी जहाज से टकराने से बाल-बाल बचा रूसी नौसेना का पोत

अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े ने कहा है कि यह पोत बमुश्किल टकराने से बचा है। अमेरिकी नौसेना ने इस घटना का वीडियो फुटेज जारी किया है।

By Shashank PandeyEdited By: Published: Sat, 11 Jan 2020 07:40 AM (IST)Updated: Sat, 11 Jan 2020 07:40 AM (IST)
अरब सागर में अमेरिकी जहाज से टकराने से बाल-बाल बचा रूसी नौसेना का पोत

वाशिंगटन, एएफपी। पेंटागन ने आरोप लगाया है कि अरब सागर में शुक्रवार को रूसी नौसेना ने आक्रामक रुख अख्तियार किया। रूसी नौसेना का एक पोत अमेरिकी नौसेना के विध्वंसक पोत से टकराने के करीब पहुंच चुका था। रूसी पोत ने यूएसएस फैरागट से टकराने की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया और मुड़ने से पहले वह बेहद करीब आ गया था।

loksabha election banner

अमेरिकी नौसेना के 5वें बेड़े ने कहा है कि यह पोत बमुश्किल टकराने से बचा है। अमेरिकी नौसेना ने इस घटना का वीडियो फुटेज जारी किया है।बेड़े ने बयान में कहा है, 'हालांकि रूसी पोत ने सक्रियता बरती, लेकिन शुरू में अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन करने में उसने देरी की थी। उसने टकराने का खतरा बढ़ाने वाला आक्रामक रुख अख्तियार किया था।

वीडियो में दिख रहा है कि रूस का पोत तेजी से अमेरिकी युद्धपोत की तरफ बढ़ रहा है। टकराव के खतरे से बचने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुद्री संकेतों को अनदेखा किया।अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस अब्राहम लिंकन विमान वाहक से संबद्ध हमलावर समूह के तहत क्षेत्र में तैनात है। पिछले वर्ष ईरान के साथ तनाव बढ़ने के बाद इस युद्धपोत को पश्चिम एशिया में तैनात किया गया है।

अमेरिका-ईरान के बढ़ते तनाव के बीच भारतीय नौसेना हुई सतर्क

अमेरिका-ईरान के बढ़ते तनाव के बीच भारतीय नौसेना ने कहा है कि वह भारतीय जल क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बनाए हुए है। इस वर्ष के शुरू में भारत ने अपने समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशन संकल्‍प शुरू किया था। एक बयान में नौ सेना ने कहा कि इस अभियान के तहत रक्षा मंत्रालय, विदेश मंत्रालय, जहाजरानी मंत्रालय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और शिपिंग मंत्रालय के बीच अंतर मंत्रिस्‍तरीय बैठकों के साथ घनिष्ठ तालमेल को आगे बढ़ाया जा रहा है।

ओमान की खाड़ी में व्यापारी जहाजों पर हुए हमलों के बाद भारतीय नौसेना ने यह पहल की। समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए ऑपरेशन संकल्‍प को पिछले साल 19 जून को खाड़ी क्षेत्र में शुरू किया गया था। इसके तहत नौसेना ने किसी भी आकस्मिक संकट का जवाब देने के लिए युद्धपोतो और विमानों की तैनाती की थी। बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच चल रहा दशकों पुराना विवाद एक फिर गरमा गया है। इराक में अमेरिका ने एयर स्ट्राइक के जरिए शीर्ष ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.