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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे पलटने की ट्रंप की कोशिशों को मिला कई सांसदों का साथ

अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के कई सांसद चुनाव नतीजों को पलटने की वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोशिशों में उनका साथ दे रहे हैं। जो बाइडन की जीत पर औपचारिक मुहर लगाने के लिए छह जनवरी को संसद का सत्र आयोजित किया जा रहा है।

By TaniskEdited By: Published: Sun, 03 Jan 2021 02:42 PM (IST)Updated: Sun, 03 Jan 2021 02:42 PM (IST)
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे पलटने की ट्रंप की कोशिशों को मिला कई सांसदों का साथ
जो बाइडन और डोनाल्ड ट्रंप। (फाइल फोटो)

वाशिंगटन, एपी। अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के कई सांसद चुनाव नतीजों को पलटने की वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कोशिशों में उनका साथ दे रहे हैं। जो बाइडन की जीत पर औपचारिक मुहर लगाने के लिए छह जनवरी को संसद का सत्र आयोजित किया जा रहा है। ट्रंप यह प्रयास कर रहे हैं कि इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की गिनती के दौरान इन परिणामों को खारिज कर दिया जाए। सीनेटर टेड क्रूज ने शनिवार को 11 सांसदों और नवनिर्वाचित सांसदों के गठबंधन की घोषणा की, जिन्हें ट्रंप की लड़ाई में उनका साथ देने के लिए अधिसूचित किया गया है।

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इससे पहले मिसौरी से सांसद जोश हॉवले ने कहा था कि वह बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र में प्रांतों की गणना का विरोध करने में प्रतिनिधि सभा में रिपब्लिकन सदस्यों का साथ देंगे। बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में मिली हार को स्वीकार नहीं करने के ट्रंप के रुख के चलते पार्टी दो फाड़ होने के नजदीक पहुंच गई है। खास बात यह है कि ट्रंप की मदद के लिए जिन 11 सांसदों को अधिसूचित किया गया है, उन्होंने शनिवार को यह स्वीकार किया कि वह बाइडन को 20 जनवरी को शपथ लेने से रोक नहीं पाएंगे।

टेड क्रूज ने कहा कि हम इस पूरी प्रक्रिया को बिल्कुल भी हल्के में नहीं ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर संसद सत्र के दौरान चुनाव परिणामों के ऑडिट के लिए चुनाव आयुक्त की नियुक्ति नहीं की जाती है तो वे प्रांतों के इलेक्टोरल कॉलेज के खिलाफ मतदान करेंगे। माना जा रहा है कि ट्रंप का समर्थन करने वाले सांसद इस दौरान कांटे के मुकाबले वाले प्रांतों में हार का मुद्दा उठा सकते हैं। हालांकि इस बात की संभावना कम है कि संसद उनकी मांग पर गौर करे। उधर, बाइडन की सत्ता हस्तांतरण टीम के प्रवक्ता माइकग्वीन ने इस पूरी कवायद को स्टंट बताते हुए खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि इससे यह तथ्य नहीं बदलेगा कि 20 जनवरी को बाइडन अमेरिका के नए राष्ट्रपति की शपथ लेंगे।


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