मोदी के आह्वान की दुनिया भर में प्रशंसा, विशेषज्ञ बोले- मजबूत होगी एकजुटता की भावना
पीएम मोदी के महामारी से निपटने के नित नई कोशिशों एवं तरकीबों को दुनियाभर में प्रशंसा मिल रही है। विशेषज्ञों ने कहा है कि पीएम मोदी पहले से एकजुटता की भावना मजबूत होगी
ग्लासगो, एएनआइ। कोविड-19 से जूझ रही दुनिया में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महामारी से निपटने के प्रयासों को प्रशंसा मिल रही है। पांच अप्रैल को रात नौ बजे ज्योति प्रज्ज्वलित करने के प्रधानमंत्री के आह्वान को पश्चिमी देशों के विशेषज्ञों ने कोरोना से लड़ने के हौसले को मजबूत करने के अभियान की संज्ञा दी है। वायरस से बुरी तरह जूझ रहे यूरोपीय देशों में भी लोगों में बीमारी से लड़ने का जज्बा पैदा करने के लिए सामाजिक स्तर पर ऐसे ही आयोजन किए जा रहे हैं।
दक्षिण एशिया मामलों की जर्मन विशेषज्ञ क्लाउडिया वैडलिच हीडेलबर्ग के अनुसार भारत जैसे बड़ी आबादी वाले उप महाद्वीपीय देश में यह आह्वान लोगों को जोड़ने का सर्वोत्तम तरीका है। इससे वायरस से खुद को लाचार समझ रहे लोगों में उससे जूझने का नया हौसला पैदा होगा। सामुदायिक एकजुटता का भाव बढ़ेगा। राष्ट्रीय संगठन मजबूत होगा। यूरोप के छोटे देश आपस में एक-दूसरे का हौसला बढ़ा रहे हैं।
लोग अपने घरों की बालकनी में खड़े होकर देशभक्ति के गीत गा रहे हैं, डॉक्टरों-नर्सो का हौसला बढ़ाने के लिए तालियां बजा रहे हैं। शाम को सात बजे चर्चो की घंटियां बजाई जा रही हैं। सभी में यह भावना विकसित की जा रही है कि जल्द ही सब कुछ ठीक हो जाएगा। सिंगापुर के लॉकडाउन के हाल के फैसले पर विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया भारत के फैसलों को अनुसरण कर रही है।
दुनिया कह रही है कि जब 130 करोड़ की आबादी वाले देश में फुल लॉकडाउन हो रहा है, तब किसी अन्य देश में क्यों नहीं। ब्रिटेन के ग्लासगो शहर में रहने वाले पत्रकार डॉ. अमजद अयूब के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी का दीप जलाने का आह्वान राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने की बड़ी कोशिश है। इससे लोगों के मन में सुरक्षा की भावना बलवती होगी और आपसी जुड़ाव बढ़ेगा। इससे महामारी से लड़ने में बहुत मदद मिलेगी।