US Election 2020: जज की नियुक्ति को लेकर सियासत तेज, तमाम विरोध के बावजूद ट्रंप अपने फैसले पर अड़े
सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एमीकोनी बैरट से मुलाकात भी की। इसके बाद से कयासों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच ट्रंप ने घोषणा की है गिंसबर्ग को अगले हफ्ते अर्लिंग्टन में दफन किया जाएगा।
वाशिंगटन, एजेंसी। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट की न्यायाधीश रूथ बेडर गिंसबर्ग की मृत्यु के बाद नई नियुक्ति को लेकर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे चुनावी मुद्दे के साथ नाक का विषय भी बना लिया है। राष्ट्रपति ट्रंप चुनाव के पूर्व गिंसबर्ग की जगह किसी महिला न्यायाधीश की नियुक्त के लिए उतावले है। इस मामले में संघीय अपील अदालत की दो महिला न्यायाधीशों का नाम सामने आ रहा है। इसमें शिकागो स्थित एमीकोनी बैरट और अटलांटा सर्किट कोर्ट की बारबरा लागोआ का नाम सामने आ रहा है। सोमवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में एमीकोनी बैरट से मुलाकात भी की। इसके बाद से कयासों का दौर शुरू हो गया है। इस बीच ट्रंप ने घोषणा की है गिंसबर्ग को अगले हफ्ते अर्लिंग्टन में दफन किया जाएगा। इस दौरान उनके पार्थिव शरीर को दो दिन के लिए यानी बुधवार और गुरुवार को सु्प्रीम कोर्ट के बाहर और शुक्रवार को यूएस कैपिटल के भीतर आम जन के दर्शन के लिए रखा जाएगा।
न्यायाधीश नियुक्ति के मामले में ट्रंप और बिडेन में ठनी
बता दें कि पिछले दिनों नॉर्थ कैरोलिना की एक रैली में ट्रंप ने ऐलान किया था कि वह अगले सप्ताह गिंसबर्ग की जगह किसी महिला को नामित करेंगे। उधर, बिडेन ने रिपब्लिकन सीनेटर्स से इस मुद्दे पर मतदान नहीं करने की अपील की है। यह तो वक्त बताएगा कि बिडेन की इस अपील का रिपब्लिकन सांसदों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, लेकिन पार्टी के अंदर उनके खिलाफ आवाज उठने लगी है। एक सीनेटर ने ट्रंप के प्रस्ताव का समर्थन नहीं करने की घोषणा की है। डेमोक्रेटिक प्रत्याशी बिडेन ट्रंप के इस फैसले की मुखालफत कर रहे हैं। उन्होंने फिलाडेल्फिया में कहा कि मतदाताओं की आवाज को अनसूनी नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदाता तय करेंगे कि इस पद पर किसको बैठाया जाए।
ट्रंप के प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेंगी लिसा मुर्कोव्स्की
इस बीच, अलास्का की सीनेटर लिसा मुर्कोव्स्की ने कहा कि वह ट्रंप के प्रस्ताव का समर्थन नहीं करेंगी। इससे पहले रिपब्लिकन सीनेटर सुसन कोलिन्स ने भी कहा था कि नए राष्ट्रपति को ही इस पद के लिए किसी को नामित करना चाहिए। वहीं, एक सर्वे में 62 फीसद अमेरिकियों का मानना है कि राष्ट्रपति चुनाव में जीतने वाले को ही न्यायाधीश के खाली पद के लिए किसी को नामित करना चाहिए।