राष्ट्रपति ने दिया दुनिया को संदेश: बाइडन ने लिया अमेरिका के वैश्विक गठबंधनों को ठीक करने का संकल्प
21 मिनट के भाषण में बाइडन ने कहा कि वह सभी अमेरिकियों के राष्ट्रपति हैं जिन्होंने उन्हें वोट दिया है और उनके भी जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है। उन्होंने अमेरिकियों का आह्वान किया कि वे सच्चाई की रक्षा करें और झूठ को पराजित करें।
वाशिंगटन, प्रेट्र। अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद जो बाइडन ने अपने पहले संबोधन में कहा कि लोकतंत्र कायम रहा। उन्होंने अमेरिकियों का आह्वान किया कि वे सच्चाई की रक्षा करें और झूठ को पराजित करें। बाइडन ने अमेरिका के वैश्विक गठबंधनों को ठीक करने का संकल्प भी लिया।
चार वर्षों में तहस-नहस कर दिए गए गठबंधनों का करेंगे पुनर्निमाण: बाइडन
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अपने संदेश में बाइडन ने कहा कि पिछले चार वर्षों में तहस-नहस कर दिए गए गठबंधनों का वह पुनर्निमाण करेंगे। उन्होंने कहा, 'हम दुनिया में अमेरिका को फिर से अच्छाई की अग्रणी ताकत बना सकते हैं। हम अपने गठबंधनों को ठीक करेंगे और दुनिया से एक बार फिर बात करेंगे, कल की चुनौतियों के लिए नहीं बल्कि आज और आने वाले कल की चुनौतियों के लिए। हम अपने आदर्शो की ताकत से नेतृत्व करेंगे।'
बाइडन ने कहा- यह अमेरिका का दिन है.. लोकतंत्र कायम रहा
पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप द्वारा तीन नवंबर, 2020 को हुए चुनावों में उनकी जीत को नकारने का जिक्र करते हुए बाइडन ने कहा, 'यह अमेरिका का दिन है.. लोकतंत्र कायम रहा है।'
राष्ट्रपति ने कहा- एकजुटता ही आगे बढ़ने का रास्ता है
कोरोना वायरस से लड़ाई और नस्ली अन्याय से निपटने की चुनौतियों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, 'एकजुटता के साथ हम महान काम कर सकते हैं। एकजुटता ही आगे बढ़ने का रास्ता है।'
21 मिनट के भाषण में बाइडन ने अमेरिकियों की सराहना की
उन्होंने जोर देकर कहा कि वह सभी अमेरिकियों के राष्ट्रपति हैं जिन्होंने उन्हें वोट दिया है और उनके भी जिन्होंने उन्हें वोट नहीं दिया है। करीब 21 मिनट के भाषण में बाइडन ने चुनौतियों का सामना करने और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए अमेरिकियों की सराहना की।
राष्ट्रपति ने लोकतंत्र से छेड़छाड़ के प्रयास करने वालों की आलोचना की
दो हफ्ते पहले लोकतंत्र से छेड़छाड़ के प्रयास का भी उन्होंने उल्लेख किया। राष्ट्रपति ने उन लोगों की आलोचना की जिन्होंने गुस्से और विभाजन की भावना को भड़काया और राजनीति ताकत और फायदे के लिए झूठ का सहारा लिया।