चीन में अमेरिकी राजदूत ने पद छोड़ने का लिया फैसला, पोंपियो ने ट्वीट कर दी जानकारी
चीन और अमेरिका के तल्ख संबंधों के बीच बीजिंग में अमेरिकी राजदूत ने अपना पद छोड़ने का फैसला किया है।
वाशिंगटन, रॉयटर्स । अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो (Mike Pompeo) ने सोमवार को बताया कि चीन में अमेरिकी राजदूत टेरी ब्रांसटाड (Terry Branstad) अपना पद छोड़ देंगे। उन्होंने इसकी जानकारी ट्वीट के जरिए दी। उन्होंने लिखा, 'चीन में अमेरिकी राजदूत के तौर पर अमेरिका की जनता के लिए 3 साल से अधिक समय तक सर्विस देने के लिए मैं राजदूत टेरी ब्रांसटाड को धन्यवाद कहता हूं। उन्होंने राजदूत ब्रांसटाड ने अमेरिका-चीन संबंधों को पुनर्जीवित करने में योगदान दिया है ताकि यह परिणामोन्मुखी, पारस्परिक और निष्पक्ष हो।'
हालांकि पोंपियो ने ब्रांसटाड के पद छोड़ने का कारण नहीं बताया। अज्ञात सूत्रों के हवाले से CNN न्यूज नेटवर्क ने बताया कि ब्रांसटाड अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव से पहले बीजिंग छोड़ना चाहते थे। हाल में ही चीन के सरकारी समाचार पत्र ‘पीपुल्स डेली’ ने ब्रांसटाड के एक आलेख को प्रकाशित करने से इनकार कर दिया। इसपर पिछले सप्ताह पोंपियो ने ट्वीट कर कहा था कि चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने ब्रांसटाड के लेख को प्रकाशित करने से इनकार कर दिया जबकि अमेरिका में चीनी राजदूत को इसकी आजादी है वे किसी भी अमेरिकी मीडिया आउटलेट में अपना आलेख प्रकाशित कराने के लिए स्वतंत्र हैं। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने इसके जवाब में कहा था कि ब्रांसटाड के आलेख में गलतियां थीं इसमें तथ्यों का जिक्र भी गलत था जो चीन के खिलाफ लग रहा था।
बता दें कि पिछले कुछ समय से चीन और अमेरिका के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए हैं। भारत के साथ सीमा पर तनातनी, हांगकांग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और कोविड-19 महामारी को लेकर चीन के खिलाफ अमेरिका ने कई फैसले भी लिए हैं। यहां तक कि अमेरिका में चलने वाले टिक-टॉक एप को भी बंद कर दिया गया है। दरअसल, पिछले साल चीन के वुहान में ही कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला सामने आया था जिसके बाद पूरी दुनिया संक्रमित हो गई और इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मार्च में महामारी घोषित कर दिया।