चीन पर फिर बरसे अमेरिकी विदेश मंत्री, बोले- बीजिंग को जवाब देने का सही वक्त आ गया
पोम्पिओ ने कहा दक्षिणपूर्वी एशिया में ही नहीं बल्कि एशिया और यूरोप के देशों को भी अब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों के बारे में पता चल गया है।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश की जा रही चुनौतियों का जवाब दे। उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया को बताने से काफी पहले ही चीन की सरकार को कोरोना वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने के बारे में पता था। गुरुवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक साक्षात्कार में पोम्पिओ ने कहा, दक्षिणपूर्वी एशिया में ही नहीं बल्कि एशिया और यूरोप के देशों को भी अब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा पेश की जा रही चुनौतियों के बारे में पता चल गया है।
लोकतंत्र और स्वतंत्रता से प्रेम करने वाले लोग दें चीन का जबाव
अमेरिका ने भी काफी लंबे समय तक इस पर गौर नहीं किया। मेरा मानना है कि उन सभी ने भी यही किया और मुझे लगता है कि अब वे सभी एक संयुक्त निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि उससे निपटने का सही समय आ गया है।' विदेशी मंत्री ने कहा, 'दुनिया में लोकतंत्र और स्वतंत्रता से प्रेम करने वाले लोगों के लिए यह जरूरी है कि हम चीन की कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से पेश की जा रही चुनौतियों का जवाब दें।' उन्होंने कहा कि लगातार 40 साल से अमेरिकी प्रशासन दूसरी ओर देखता रहा है और चीन को अमेरिका का फायदा उठाने का मौका दिया। हालांकि अब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि 'अब और नहीं'। विदेश मंत्री ने कहा कि अमेरिका निष्पक्ष, पारस्परिक व्यापारिक संबंध बनाएगा और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से अमेरिकियों के साथ उसी तरह से व्यवहार करने की मांग करेगा जैसा अमेरिका वहां जाने वाले लोगों के साथ करता है।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी पर साधा निशाना
साक्षात्कार के दौरान पोम्पिओ से हांगकांग आधारित वायरस विशेषज्ञ डॉ. यान ली-मेंग के उस दावे के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजिंग को इस वायरस के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने की जानकारी सार्वजनिक करने से तीन सप्ताह पहले ही इसके बारे में पता था। पोम्पिओ ने इसके जवाब में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी ऐसा ही किया और विश्व को इस खतरे से निपटने के लिए जो जानकारी हासिल होनी चाहए थी, वह उसे नहीं दी गई। वह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों और उनके परिवार के अमेरिका आने पर रोक लगाने की खबरों पर टिप्पणी करने से बचते दिखे।