पनामा ने फ्रांस, ब्राजील समेत 20 देशों की लिस्ट की जारी, लगाया व्यापार में भेदभाव का आरोप
पनामा के विदेश मंत्रालय ने 20 देशों की सूची जारी की है। इन देशों पर पनामा के आयातों के प्रति भेदभाव करने का आरोप लगा है।
पनामा सिटी (आइएएनएस)। पनामा के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को 20 देशों की सूची जारी की है। इन देशों पर पनामा के आयातों के प्रति भेदभाव करने का आरोप लगा है। यह पारस्परिकता के उपायों के तरफ पनामा का पहला कदम है। पनामा के व्यापार मंत्री ऑगस्टो एरोसेमाना ने कहा कि इस सूची का प्रकाशन हमारे देश की विदेश नीति का अहम कदम है। उन्होंने कहा, 'विश्व स्तर पर पनामा के हितों की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। जब हमने 2016 में रेटॉर्सियन कानून पारित किया था। हमने इस कदम की उम्मीद की थी लेकिन हमें स्पष्ट रूप से पूर्व प्रयासों को ढढोलना होगा।
लिस्ट में इन देशों का नाम शामिल
विदेश मंत्रालय की इस लिस्ट में ब्राजील, चिली, कोलंबिया, ईक्वाडोर, अल साल्वाडोर, पेरू, उरुग्वे, वेनेज़ुएला, क्रोएशिया, स्लोवेनिया, एस्टोनिया, फ्रांस, ग्रीस, लिथुआनिया, पोलैंड, पुर्तगाल, कैमरुन, जॉर्जिया, रूस और सर्बिया के नाम शामिल हैं।
सितंबर 2016 में पनामायन कांग्रेस ने रेटॉर्सियन कानून पारित किया था। ये प्रवासी, राजकोषीय और टैरिफ उपायों को मजबूत करता है। जिसका सरकार अन्य देशों के प्रति प्रतिकार करने के लिए उपयोग कर सकती है। पनामा पेपर्स घोटाले के बाद अप्रैल 2016 में फ्रांस ने टैक्स हेवन्स की सूची में पनामा को शामिल किया था। पनामा पेपर्स घोटाले ने यह उजागर किया था कि कैसे अमीर और निगम टैक्स से बचने के लिए अपतटीय योजनाओं को इस्तेमाल करते हैं। जबकि कोलंबिया ने 5 वर्ष के लिए पेनामानिया कोलोन फ्री ट्रेड ज़ोन से कुछ निश्चित निर्यात पर टैरिफ लागू कर कर दिया।