Move to Jagran APP

अमेरिका ने पाक को फिर दिया झटका, ट्रंप प्रशासन के बाद बाइडन प्रशासन में भी पाकिस्तान को नहीं मिलेगी आर्थिक मदद

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जनवरी 2018 में पाकिस्तान के लिए सभी सुरक्षा सहायता निलंबित कर दी थी। इस दौरान उन्होंने तर्क दिया था कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान के सहयोग और भूमिका से संतुष्ट नहीं हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 09:28 AM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 09:28 AM (IST)
अमेरिका ने पाक को फिर दिया झटका, ट्रंप प्रशासन के बाद बाइडन प्रशासन में भी पाकिस्तान को नहीं मिलेगी आर्थिक मदद
साल 2018 में ट्रंप प्रशासन ने लगाई थी रोक

वाशिंगटन, पीटीआइ। ट्रंप प्रशासन के दौरान पाकिस्तान की आतंकवाद के मामले में संदिग्ध भूमिका और कार्रवाई में सहयोग न देने पर सुरक्षा सहायता निलंबित कर दी गई थी। अब बाइडन प्रशासन भी सुरक्षा सहायता का निलंबन जारी रखेगा। इस आशय की घोषणा पेंटागन ने कर दी है।

loksabha election banner

अमेरिका में जो बाइडन के राष्ट्रपति बनने के बाद पाकिस्तान को यह करारा झटका है। इस निर्णय से ठीक पहले पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा की रक्षा मंत्री लायड आस्टिन से वार्ता हुई थी। अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन से पाकिस्तानी समकक्ष मोईद युसुफ ने भी बात की। माना जा रहा है कि दोनों की गुहार को अमेरिका ने नहीं माना। पेंटागन के प्रेस सचिव जान किर्बी ने पत्रकार वार्ता में बताया कि इस समय पाकिस्तान की सुरक्षा सहायता निलंबित चल रही हैं। इस पर कोई नया निर्णय नहीं लिया गया है। वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या पाकिस्तान के संबंध में बाइडन प्रशासन ने अपनी नीति की समीक्षा कर ली है।

उन्होंने यह भी बताया कि रक्षा मंत्री लायड आस्टिन की पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से अफगानिस्तान व अन्य मुद्दों पर वार्ता हुई है। द्विपक्षीय वार्ता में कई अन्य मुद्दे भी शामिल थे। जनवरी 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान की सुरक्षा सहायता को निलंबित कर दिया था। सहायता निलंबन के दौरान अमेरिका ने यह तर्क दिया था कि आतंकवाद पर पाक की भूमिका संदिग्ध है और आतंकवाद के खिलाफ उसका कोई सहयोग नहीं है। माना जा रहा है अमेरिका का जो बाइडन प्रशासन भी पाक की आंतकवाद पर नीति को ट्रंप की दृष्टि से ही देखता है। पाक की आंतकवाद परस्त नीति में भी कोई परिवर्तन नहीं आया है।

किर्बी ने कहा, इससे पहले ऑस्टिन ने साझा क्षेत्रीय हितों और उद्देश्यों पर चर्चा करने के लिए जनरल बाजवा के साथ बात की। उन्होंने कहा, 'बातचीत के दौरान, सचिव ने अफगानिस्तान शांति वार्ता के लिए पाकिस्तान के समर्थन की प्रशंसा की और अमेरिका-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों पर निर्माण जारी रखने की इच्छा व्यक्त की।'

ऑस्टिन ने एक ट्वीट में कहा, 'मैंने अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों के लिए प्रशंसा की और क्षेत्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता को आगे बढ़ाने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने की अपनी इच्छा दोहराई है।' एक दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने जेनेवा में अपने पाकिस्तानी समकक्ष मोईद युसूफ से मुलाकात की। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली हॉर्न ने कहा, 'दोनों पक्षों ने आपसी हित के कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों और व्यावहारिक सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की। वे बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए हैं।'


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.