जानिए कैसे कुछ कदम चलने से भी सुधर सकती है बुजुर्ग महिलाओं की सेहत
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक शोध के अनुसार कुछ हजार कदम चलने से ही बुजुर्ग महिलाएं सेहतमंद रह सकती हैं। इससे हृदय रोग डायबिटीज और असमय मौत का खतरा भी कम हो जाता है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स, वाशिंगटन। स्वस्थ व निरोग रहने के लिए व्यायाम बेहद जरूरी है। कई शोध में साबित हो चुका है कि शारीरिक रूप से सक्रिय लोगों में अन्य के मुकाबले हृदय रोग, मोटापे और डायबिटीज जैसी बीमारियों का खतरा बहुत कम रहता है। हालांकि, हमारे मन में यह सवाल जरूर रहता है कि आखिर कितनी देर तक व्यायाम करने से हम इन सभी बीमारियों से बचे रहकर लंबा जीवन जी सकते हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर आइ-मीन ली ने अपने शोध में इसका जवाब ढूंढ़ लिया है। उनके मुताबिक दिन में केवल कुछ हजार कदम चलने से ही बुजुर्ग महिलाएं सेहतमंद रहते हुए लंबा जीवन जी सकती हैं। पुरुषों और युवाओं के लिए यह कितना कारगर है इसका अभी पता नहीं चला है।
रोजाना 10 हजार कदम चलना कोई पैमाना नहीं
कई लोग मानते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए रोजाना 10 हजार कदम चलना जरूरी है। वर्तमान में कई ऐसे उपकरण और एप भी उपलब्ध हैं जिनसे व्यक्ति अपने दस हजार कदमों का हिसाब रख सकता है। किसी शोध में हालांकि इस बात को प्रमाणित नहीं किया गया है। ताजा शोध में भी दस हजार कदम के पैमाने को खारिज कर दिया गया है। शोधकर्ता के अनुसार यदि कोई महिला दिन में दस हजार कदम से कम भी चलती है तो भी उसकी सेहत में सुधार आ सकता है।
4,500 कदम चलना ही काफी
शोध के दौरान 70 से ज्यादा उम्र की 17 हजार महिलाओं की सेहत से जुड़े आंकड़े और प्रतिदिन उनके द्वारा चले गए कदमों का रिकॉर्ड इकट्ठा किया गया। शोधकर्ताओं ने इस बात की जानकारी जुटाई कि उन सभी प्रतिभागी महिलाओं में से कितनों की अगले चार-पांच साल में मौत हुई। शोध के अंत में यह निष्कर्ष निकला कि प्रतिदिन 2700 कदम से भी कम चलने वाली महिलाओं में डायबिटीज और अन्य बीमारियों के साथ जल्दी मौत का खतरा रहता है। वहीं यदि महिलाएं रोजाना 4500 कदम चलें तो उनके असमय मौत का खतरा 40 फीसद तक कम हो जाता है। प्रोफेसर ली ने यह भी कहा, जरूरी नहीं है कि महिलाएं ये 4,500 कदम भागते हुए पूरा करें। वह घर में चहलकदमी करते हुए भी स्वस्थ रह सकती हैं।
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